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संसदीय व्यवस्था के सशक्तिकरण में समिति प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण - श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल। ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स प्रांत की राजधानी सिडनी में 67वां राष्ट्रमंडल देशों का संसदीय सम्मेलन आयोजित किया गया है, जिसका मुख्य विषय "सशक्त, सतत और समावेशी लोकतंत्र के लिए रूपरेखा निर्धारण" है। इस सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रमंडल देशों के प्रतिनिधिमंडलों की उपस्थिति में न्यू साउथ वेल्स राज्य की राज्यपाल, राज्य संसद के अध्यक्ष तथा प्रीमियर द्वारा किया गया।  इस अवसर पर आयोजित राष्ट्रमंडल देशों की संसद एवं विधानमंडलों के सचिवों के वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मध्यप्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह और सचिव भी भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के पहले दिन, श्री अवधेश प्रताप सिंह,  प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संसदीय समितियां विधायिका की अनुपूरक होती हैं और इन समितियों का संसदीय प्रणाली में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय आधार पर गठित स्थायी विधायी समितियां निरंतर कार्यरत रहती हैं, जबकि प्रवर समितियां का कार्यकाल विधेयक परीक्षण, प्रकरण जांच या

भारतीय दर्शन में शब्दों से अधिक आचार-विचार और वेशभूषा की महत्ता

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. राजकुमार आचार्य का मार्गदर्शन सफलता का मूलमंत्र: परिश्रम और दिनचर्या का अनुशासन - कुलगुरु डॉ. राजकुमार आचार्य    भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ने की आवश्यकता - विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल उज्जैन। भारतीय दर्शन शब्दों से नहीं, बल्कि आचार, विचार और वेशभूषा में झलकता है, यह विचार अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. राजकुमार आचार्य ने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के वाणिज्य अध्ययनशाला के विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति और दर्शन का वास्तविक रूप हमारे आचार-व्यवहार और जीवन के प्रत्येक पहलू में दिखाई देता है।   डॉ. आचार्य ने विद्यार्थियों से यह भी कहा कि सफलता का मूलमंत्र परिश्रम और समय की सटीकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अपने दैनिक कार्यों के प्रति ईमानदारी और अनुशासन बनाए रखने का आह्वान किया। साथ ही, यह भी बताया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, और जो लोग लगातार मेहनत करते हैं, वे ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।   कार्यक्रम की अध्य

नशे के नेटवर्क को धवस्त करें : संदिग्ध हुक्काबार एवं नाइट क्लब पर बढ़ाएं निगरानी - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

पुलिस को फ्यूचर रेडी होना होगा : मुख्यमंत्री डॉ. यादव आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के दुरूपयोग और सायबर क्राइम के खतरे से समाज को बचाने रहें तैयार प्रत्येक थाने में सायबर डेस्क, हर जिले में सायबर थाना और राज्य स्तर पर किया जाए कॉल सेंटर स्थापित वन्य पशुओं की गतिविधियों के संबंध में वन विभाग से सम्पर्क में रहें पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री ने की गृह विभाग की समीक्षा भोपाल : मंगलवार, 05 नवम्बर, 2024 । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के दुरूपयोग और सायबर क्राइम के खतरे से समाज को बचाने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस को फ्यूचर रेडी होना होगा। इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी की अद्यतन तकनीकों का उपयोग करते हुए प्रत्येक थाने में सायबर डेस्क, हर जिले में सायबर थाना और राज्य स्तर पर कॉल सेंटर स्थापित किया जाए। सायबर फ्रॉड और क्राइम से लोगों को बचाने के लिए सघन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पुलिस, सोशल मीडिया पर चलने वाली गतिविधियों और मैसेज आदि पर निगरानी रखें तथा भ्रामक, गलत खबर फैलाने वालों पर त्वरित कार्रवाई करें। कानून-व्यवस्था के साथ अन्य भ्रामक खबरो

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