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अर्श दिवस: आयुर्वेद में बवासीर का उपचार

आधुनिक समय में अनियमित जीवनशैली (आहार विहार) से उत्पन्न होने वाले रोगों में अर्श रोग (बवासीर) प्रमुख है, जो मुख्य रूप से मल मार्ग से संबंधित होता है। आयुर्वेद के ग्रंथों में इसका वर्णन सभी संहिताओं में मिलता है। विशेष रूप से, अष्टांग आयुर्वेद में शल्य तंत्र के जनक आचार्य सुश्रुत ने अर्श रोग का विस्तृत वर्णन किया है। आचार्य ने इस रोग को शत्रु के समान कष्ट देने वाला बताया है। अर्श रोग को गुदामांसाकुर और गुदकिलक के नाम से भी जाना जाता है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में इसे पाइल्स या हेमोरॉयड्स कहा जाता है।  अर्श रोग के कारण अर्श रोग के उत्पन्न होने के कई कारण होते हैं, जिनमें गरिष्ठ भोजन, बासी भोजन, अधिक मद्यपान, एक ही जगह पर ज्यादा बैठना, समय पर भोजन न करना, अपच होने पर भी भोजन करना, गर्भावस्था में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन और आनुवांशिक कारण प्रमुख हैं। इसके अलावा, अधिक तला-भुना भोजन, मांसाहार, मसालेदार आहार, और मैदा तथा बेसन से बने उत्पाद भी इस रोग को बढ़ावा दे सकते हैं। अर्श रोग के लक्षण अर्श रोग के प्रमुख लक्षणों में गुदामार्ग में दर्द, मलत्याग में कठिनाई, कठिन मल के साथ रक्त आना, प

संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्यों में से एक लक्ष्य सर्वजन के लिए स्वास्थ्य की दिशा में पौष्टिक खाद्य पदार्थों का वितरण किया गया

विक्रम विश्वविद्यालय में मनाया जा रहा है नेशनल फार्मेसी वीक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में नेशनल फार्मेसी वीक मनाया जा रहा है। इसी तारतम्य में आज दिनांक 20 नवंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय बाल संरक्षण दिवस पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों में से एक लक्ष्य क्रमांक 3 सर्वजन के लिए स्वास्थ्य की प्रतिपूर्ति हेतु आज शासकीय बाल गृह (बालक) , लालपुर, उज्जैन में पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।इस कार्यक्रम की अगुवाई विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज द्वारा की गई। उन्होंने वहां उपस्थित सभी बालकों से बातचीत की एवं उनका कुशलक्षेम जाना एवं सभी को उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाओं के साथ जीवन जीने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया। बच्चों ने भी माननीय कुलगुरु के आग्रह पर योगा एवं गीत, भजन गाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस सुअवसर पर फार्मेसी संस्थान, रसायन विज्ञान, भौतिकी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के छात्र छात्राएं भी उपस्थित रहे।  कार्यक्रम के दौरान रसायन अध्ययनशाला की विभागाध्यक्ष डॉ उमा शर्मा, फार्मेसी संस्थान के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर कम

अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं अवार्ड 2024 समारोह में देश के विभिन्न राज्यों से आए शिक्षाविद और शोध अध्येता अक्षरवार्ता अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित

अनेक ऋषि और संतों द्वारा किए गए निरंतर अनुसंधान से विकसित हुई है भारतीय ज्ञान परंपरा - राज्यसभा सांसद महंत श्री उमेशनाथ जी भारतीय ज्ञान परंपरा की आवश्यकता संपूर्ण विश्व को है - डॉ जय वर्मा, यूके अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भारतीय ज्ञान परंपरा: वर्तमान प्रासंगिकता पर हुआ विमर्श, डॉ जय वर्मा और श्री राजेश सिंह कुशवाह अक्षरवार्ता शिखर सम्मान से अलंकृत उज्जैन। संस्था कृष्ण बसंती, उज्जैन एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका अक्षर वार्ता द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं अक्षर वार्ता अंतरराष्ट्रीय अवार्ड 2024 समारोह का आयोजन कालिदास संस्कृत अकादमी में 20 नवम्बर को किया गया। संगोष्ठी का विषय भारतीय ज्ञान परंपरा की वर्तमान प्रासंगिकता :  साहित्य, शोध एवं संस्कृति तथा विभिन्न विषयों के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में रखा गया था। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी और सम्मान समारोह का उद्घाटन 20 नवंबर, बुधवार को प्रातः समारोह के मुख्य अतिथि वाल्मीकि पीठाधीश्वर एवं राज्यसभा सांसद बाल योगी महंत श्री उमेशनाथ जी महाराज के करकमलों से हुआ।  उद्घाटन समारोह में सारस्वत अतिथि प्रसिद्ध साह

विधान सभा में ई-विधान (NeVA) परियोजना के क्रियान्वयन हेतु गठित हाउस कमेटी की बैठक संपन्न

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । मध्यप्रदेश विधान सभा में आज ई-विधान (NeVA) परियोजना के क्रियान्वयन हेतु गठित हाउस कमेटी की बैठक विधानसभा के अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में संपन्न हुई।  इस बैठक में उप-मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन श्री जगदीश देवड़ा, मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सदस्य श्री बाला बच्चन, सदस्य श्री अजय विश्नोई, सदस्य श्रीमती रीति पाठक, सदस्य श्री सुरेश राजे, सदस्य श्री नितेन्द्र बृजेन्द्र सिंह राठौर, सदस्य श्री गौरव सिंह पारधी एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए. पी. सिंह, अपर मुख्य सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग श्री संजय दुबे उपस्थित रहें। ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज... Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों

बीबीए एवीएशन मैनेजमेंट के विद्यार्थियों ने कुलगुरु से की भेंट

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के वाणिज्य अध्ययनशाला के बीबीए एविएशन मैनेजमेंट पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों ने हाल ही में कुलगुरु डॉ. अर्पण भारद्वाज से मुलाकात की। इस दौरान विद्यार्थियों ने नए प्रारंभ किए गए रोजगार-उन्मुख इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए मार्गदर्शन प्राप्त किया।   कुलगुरु डॉ. अर्पण भारद्वाज ने विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए बधाई दी और कहा कि लीक से हटकर चलने वाले ही अपने संकल्पों को पूरा कर सकते हैं और समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को इस नए पाठ्यक्रम को पूरी निष्ठा से करने की प्रेरणा दी और कहा कि विश्वविद्यालय इस पाठ्यक्रम के सफल संचालन के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।   इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल ने नवीन पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया कि इस कोर्स को पूरा करने के बाद विद्यार्थी विमानन क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं। कोर्स समन्वयक डॉ. रुचिका खंडेलवाल ने विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी और कहा

ज्ञान का प्रसार ही परिपक्वता है : श्री गोविंद जायसवाल

स्किल को इंडस्ट्री के साथ मैप करें जिससे रोजगार के अवसर बढ़ें : श्री रघुराज माधव राजेंद्रन भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत उद्योगों एवं संस्थानों में कौशल-आधारित कार्यक्रमों और एक वर्ष तक कार्यरत अप्रेंटिस ट्रेनिंग का मूल्यांकन कर क्रेडिट देना विषय पर राष्ट्रीय परिचर्चा एवं कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। इस कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री रघुराज माधव राजेंद्रन, सचिव, डिपार्टमेंट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, मध्य प्रदेश ने किया। श्री रघुराज ने कहा कि स्किल को इंडस्ट्री के साथ मैप करें जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। विशेष अतिथि श्री गोविंद जायसवाल, संयुक्त सचिव, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि पीएम इंटर्नशिप से महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त होगा जो पेशेवर विकास में सहायक साबित होगा। जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था और उद्योग क्षेत्र विकसित हो रहे हैं, वैसे-वैसे कौशल आधारित शिक्षा की महत्ता भी बढ़ रही है। नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क और राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को कार्यस्थल के लिए तैयार कर उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार कुशल बनाने में सहायक होगी।  निटर भोपाल इस

अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं अक्षर वार्ता अंतरराष्ट्रीय अवार्ड 2024 समारोह 20 नवम्बर को उज्जैन में

संगोष्ठी में भारतीय ज्ञान परंपरा: वर्तमान प्रासंगिकता पर होगा मंथन  उज्जैन। संस्था कृष्ण बसंती, उज्जैन एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका अक्षर वार्ता द्वारा अंतरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं अक्षर वार्ता अंतरराष्ट्रीय अवार्ड 2024 समारोह का आयोजन उज्जैन स्थित कालिदास संस्कृत अकादमी में 20 नवम्बर 2024, बुधवार को होगा। संगोष्ठी का विषय भारतीय ज्ञान परंपरा की वर्तमान प्रासंगिकता :  साहित्य, शोध एवं संस्कृति तथा विभिन्न विषयों के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में रखा गया है। इस समारोह में भाग लेने के लिए देश -  विदेश के अनेक विद्वान और अध्येता उज्जैन आ रहे हैं।  यह जानकारी देते हुए संगोष्ठी के मुख्य समन्वयक एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा और संस्थाध्यक्ष एवं सम्पादक डॉ मोहन बैरागी ने बताया कि संगोष्ठी और सम्मान समारोह का उद्घाटन 20 नवंबर 2024 बुधवार को प्रातः 10:30 बजे होगा। समारोह के मुख्य अतिथि उज्जैन उत्तर के विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा होंगे। सारस्वत अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ जय वर्मा, यूके होंगी। अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज करेंगे। विशिष्ट अतिथि कार्यपरिषद सदस्य श्री राजेश स

विक्रम विश्वविद्यालय में मनाया जा रहा है नेशनल फार्मेसी सप्ताह

संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्यों में से एक लक्ष्य सर्वजन के लिए स्वास्थ्य की दिशा में जागरूकता रैली और हर्बल गार्डन का अध्ययन सम्पन्न    उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में नेशनल फार्मेसी वीक मनाया जा रहा है। इस तारतम्य में आज दिनांक 19 नवम्बर 2024 को फार्मेसी संस्थान के छात्र-छात्राओं को संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित 17 सतत विकास लक्ष्यों में से लक्ष्य क्रमांक 3 सर्वजन के लिए स्वास्थ्य की प्रतिपूर्ति हेतु शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा विकसित हर्बल गार्डन जिसमें तकरीबन 225 प्रजातियां एवं 6000 औषधीय पौधे का अवलोकन एवं अध्ययन कराया गया।  इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधों को लगाना, उनके महत्वपूर्ण उपयोग एवं चिकित्सीय गुणों के बारे में डॉक्टर रामतीर्थ शर्मा वरिष्ठ प्राध्यापक, शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी प्रदाय की गई।   फार्मेसी संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा फार्मेसी सप्ताह के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय परिसर से एक  जागरूकता रैली प्रारंभ हुई, जिसका शुभारंभ कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज द्वारा किया ग

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