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श्रीराम का राज्य और उनके राजनीतिक आदर्श हैं लोक नीति और कल्याण राज्य के पर्याय - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

रामनवमी पर्व विशेष राम कथा विश्व साहित्य में सर्वाधिक प्रयुक्त आधार कथा रही है। इस प्रयोग - वैविध्य के पार्श्व में उसमें अंतर्निहित चिरंतन और सार्वभौमिक जीवन सत्य की अभिव्यक्ति की अपूर्व क्षमता है। अत्यंत प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक भारत और भारत की सीमाओं से परे अनेक देशों में अपने समय की आकांक्षाओं और चुनौतियों से संवाद करते हुए राम कथा का विविध आयामी प्रयोग और प्रसार हुआ है। समकालीन रचनाकारों को आधुनिकता बोध के प्रतिफलन की ऊर्जा भी इसी प्रख्यात कथा से प्राप्त होती आ रही है। राम का राजनीतिक आदर्श, मंगल और कल्याण राज्य की अवधारणा से जुड़ा है। राम के राज्य में मनुष्यों के नीति - पूर्ण जीवन का प्रभाव चहुँ ओर दिखाई देता है। उससे प्रसन्न हो प्रकृति ने भी पूर्ण उदारता से फल, फूल इत्यादि देने में कोई कसर नहीं रखी थी।  राम का उदात्त चरित्र एक साथ अनेक धरातलों पर मानवीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए लोकमन में रचा-बसा है। नितांत निजी सम्बन्धों से लेकर समग्र विश्व के प्रति स्नेह-सम्बन्धों और समरसता की सिद्धि, राम के समतामूलक जीवन दर्शन के केन्द्र में रही है। राम का लोकमानस पर अंकित यह बिम

विक्रम विश्वविद्यालय में रामनवमी पर्व पर बनाए जा रही है श्री रामलला की बहुरंगी रंगोली

श्रीरामलला स्वरूप रूपांकन एवं सृजन सम्मान रामनवमी, 17 अप्रैल को  उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में रामनवमी के पावन अवसर पर पूर्व परम्परानुसार रूपांकन एवं सृजन सम्मान समारोह का आयोजन वाग्देवी भवन में 17 अप्रैल को प्रातः 10 बजे किया जा रहा है। इसमें ललित कला अध्ययनशाला के विद्यार्थी- कलाकारों द्वारा रंगोली के माध्यम से श्रीरामलला स्वरूप रूपांकन तथा कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के प्रतिभाशाली विद्यार्थी कलाकारों का सम्मान किया जाएगा। विशिष्ट उद्बोधन पूर्व कुलपति प्रो रामराजेश मिश्र देंगे। हिंदी अध्ययनशाला, ललित कला अध्ययनशाला और पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला के इस संयुक्त आयोजन में कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कलाप्रेमियों और सर्जकों से आत्मीय उपस्थिति का निवेदन किया है।  पारंपरिक रंगोली के माध्यम से ललित कला अध्ययनशाला के विद्यार्थी कलाकारों द्वारा रामनवमी के पावन अवसर पर रामलला स्वरूप का रूपांकन किया जा रहा है। इन  विद्यार्थी कलाकारों में  पंकज सेहरा, मुकुल, जगबंधु महतो, नंदिनी प्रजापति, लक्ष्मी कुशवाह एवं अक्षित शर्मा सम्मिलित

डॉ प्रभु चौधरी को राष्ट्रीय हिन्दी एवं नागरी लिपि सम्मान मिला

नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के स्वर्ण जयंती समारोह में चवाकुल वैनकटक्षवुरलु हैदराबाद हिंदी प्रेमी मंडली एवं दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन के राष्ट्रीय महासचिव एवं नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली इकाई मध्य प्रदेश के संयोजक डॉ प्रभु चौधरी महिदपुर रोड उज्जैन को हिन्दी भाषा एवं नागरी लिपि का  राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार में सक्रिय एवं विशिष्ट योगदान के फलस्वरूप हिंदी साहित्य के विकास में उल्लेखनीय कार्य करने वाले डॉ प्रभु चौधरी को राष्ट्रीय सम्मेलन में उपस्थित अतिथियों ने शाल श्रीफल अभिनंदन पत्र एवं 2501 प्रदान किया ।  डॉ चौधरी को डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा कुलानुशासक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन , श्री बृजकिशोर शर्मा अध्यक्ष, श्री हरेराम वाजपेई अध्यक्ष हिंदी परिवार इंदौर, डॉ हरिसिंह पाल महामंत्री नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली, श्रीमती सुवर्णा जाधव, डॉ अशोक कुमार भार्गव उपाध्यक्ष राष्ट्रीय कार्यकारी, अध्यक्ष डॉ शिवा लोहारिया जयपुर, डॉ रश्मि चौबे राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ,डॉ अरुणा शुक्ला, डॉ अनसूया अग्रवाल राष्ट्रीय संयोजक ,श्री पदम चन्द

वनमाली कथा सम्मान में देश-विदेश के कई लेखिकाएं हुई शामिल

  प्रमुख रहे, ममता कालिया, दिव्या माथुर, गीतांजलि श्री, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव व सुधा ओम ढींगरा भोपाल। विश्व रंग टैगोर साहित्य व कला महोत्सव, वनमाली सृजन पीठ और रविंद्र नाथ टैगोर यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित त्रिदिवसीय "वनमाली कथा सम्मान 2022"  में हिंदी साहित्य की दो प्रमुख हस्तियों का हुआ सम्मान गीतांजलि श्री और धनंजय वर्मा को एक-एक लाख रुपए, श्रीफल व शॉल से भेट कर हुआ सम्मान।  इस दौरान देश-विदेश से आए हुए साहित्यकारों का रचनापाठ भी हुआ। रचनापाठ कार्यक्रम में हिंदी साहित्य जगत व भारत के सर्वश्रेष्ठ साहित्यकारों ने शिरकत करी। जिसमे भारत की प्रमुख साहित्यकारों में से एक, दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूर्व प्राध्यापिका ममता कालिया जी, प्रवासी भारतीय वरिष्ठ साहित्यकार, विख्यात लेखिका: सुधा ओम ढींगरा, इंदौर से वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, वनमाली कथा सम्मान 2022 से अलंकृत गीतांजलि श्री तथा धनंजय वर्मा, विश्व रंग टैगोर लिट एंड आर्ट फेस्ट के निदेशक: संतोष चौबे तथा लीलाधर मंडलोई, प्रवासी भारतीय साहित्यकार- दिव्या माथुर व मुकेश वर्मा का प्रमुख

परीक्षा को समय पर करवाना और परिणाम को समय पर घोषित करना विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है - प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विश्वविद्यालय के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने दिनांक 15 अप्रैल 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।  कुलगुरु प्रो पांडेय ने परीक्षाओं का निरीक्षण करते हुए कहा कि परीक्षा का संचालन एवं परिणाम की घोषणा समय पर करवाना विश्वविद्यालयों को प्राथमिकता है। अपनी बात को बढ़ाते हुए कुलगुरु जी ने कहा कि इस समय संपूर्ण विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में परीक्षाओं का संचालन हो रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के शिक्षकों और विश्वविद्यालय के शिक्षा, अधिकारियों और कर्मचारियों का यह प्रमुख दायित्व है कि वे सामूहिक टीम भावना से परीक्षाओं को सफल बनाने का प्रयास करें।  विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि कुलगुरु जी ने विक्रम विश्वविद्यालय के सुमन मानविकी भवन परीक्षा केंद्र एवं माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय की परीक्षाओं का निरीक्षण किया।  उनके साथ माधव महाविद्यालय के

भारतरत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर जी की 134 वीं जन्म-जयंती विधानसभा में मनाई गई

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल, रविवार, 14 अप्रैल, 2024 । भारत के संविधान निर्माता, भारतरत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर जी की 134 वीं जन्म-जयंती, उनके पुण्य स्मरण के साथ मध्यप्रदेश विधानसभा में मनाई गई।  इस अवसर पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और भारत के स्वतंत्रता संग्राम एवम राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए. पी. सिंह, अपर सचिव श्री बी. डी. सिंह,  उपसचिव श्री शौखीलाल प्रजापति, अवर सचिव श्री राजेन्द्र वर्मा, श्री नरेन्द्र मिश्रा सहित विधानसभा सचिवालय के  अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे। ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज... Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खब

विक्रम विश्वविद्यालय और भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन भारत मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली के मध्य परस्पर अकादमिक सहयोग एवं अनुसंधान परियोजना के लिये एमओयू किया गया

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन और भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन भारत मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली के मध्य परस्पर अकादमिक सहयोग एवं अनुसंधान परियोजना के लिये एमओयू किया गया।  इस एमओयू से भूगर्भ विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान एवं  प्रबन्धन विषय के विद्यार्थी और शोधकर्ताओं को भारत मौसम विज्ञान विभाग में उपलब्ध आंकड़ों का उपयोग कर अध्ययन एवं अनुसंधान परियोजनाओं को आधार मिलेगा। साथ ही भविष्य में मौसम में होने वाले परिवर्तन के संबंध में महत्वपूर्ण तथ्य एवं सूचनाएँ प्राप्त होंगी। इस महत्वपूर्ण एमओयू पर भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र और विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने साइन किए। इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, प्रो जगदीश चंद्र शर्मा, डॉ क्षमाशील मिश्रा, डॉ गणपत अहिरवार आदि उपस्थित थे।  इस अवसर पर महानिदेशक डॉ मृत्यंजय महापात्र एवं कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण एमओयू के माध्यम से  विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक, शोधकर्ता और विद्य

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में "स्वर्णप्राशन कार्यक्रम" 16 अप्रैल को आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत 16 अप्रैल 2024 मंगलवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें । प्रत्येक बालक/बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रू.50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर. एम. ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा । उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का गुजरात के अडानी ग्रुप में इंडस्ट्रियल विजिट

विजिट से पहले कुलपति जी का विद्यार्थियों को मार्गदर्शन उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय के आईआईपीएस एमबीए फाइनेंस, एचआर, मार्केटिंग एवं अर्थशास्त्र विभाग के 52 छात्र-छात्राओं समेत 4 शिक्षकों का दल इंडस्ट्रियल विजिट पर गुजरात मुंद्रा अडानी ग्रुप में 23 अप्रैल 2024 की शाम विक्रम यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस से प्रस्थान करेगा। इस हेतु 13 अप्रैल को अर्थशास्त्र विभाग में विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु मीटिंग रखी गई जिसमें विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि, प्रत्येक मनुष्य के जीवन में अनेक ऐसे अवसर आते हैं जिनसे वह लाभ उठा सकता है परंतु कुछ लोग अच्छे और उचित अवसर को पहचानने में सक्षम नहीं होते हैं, ठीक अवसर को भली भांति पहचानना और उससे उचित लाभ उठाना जिन्हें आता है, जीवन में सफल वही होते हैं। जिन विद्यार्थियों को यह अवसर मिला है, वे उसका अच्छे से लाभ ले, नई चीजों को सीखे । विश्वविद्यालय की कुलानुशासक डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा द्वारा विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति से हमेशा जुड़े रहने एवं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहने क

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