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भगवान श्री महादेव के दरबार में महाशिवरात्रि पर्व पर की गई व्‍यवस्‍थाओं पर श्रद्धालुओं तथा प्रभारी मंत्री श्री वर्मा ने सराहना की

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■■ भगवान महाकाल के हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिये


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विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में महाशिवरात्रि का पर्व बडी धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर अपरान्ह्: तक लगभग सवा लाख दर्शनार्थियों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर लिये थे। महाशिवरात्रि पर्व पर जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रशासन के द्वारा व्यापक व्यवस्थाएं की गई थी। अच्छी व्यवस्थाओं के कारण श्रद्धालुओं को सरलता से भगवान महाकाल के दर्शन होने पर श्रद्धालुओं के द्वारा प्रशांसा व्यक्त की गई। उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने दोपहर को भगवान महाकाल के दर्शन नंदीहॉल से किये। उन्होंने जिला प्रशासन, मंदिर प्रशासन, पुलिस प्रशासन आदि के द्वारा की गई अच्छी व्यवस्थाओं पर संतोष प्रकट करते हुए सराहना की।


🌹👉👉 महाशिवरात्रि पर्व पर आम दर्शनार्थियों के साथ-साथ गृहमंत्री श्री बाला बच्चन, घटिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय, नागदा खचरौद के विधायक श्री दिलीप गुर्जर सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आई.जी. श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने भगवान महाकाल के दर्श्न किये। मंदिर प्रशासक एवं अपर कलेक्टर श्री एस.एस. रावत ने पूरे मंदिर की संपूर्ण व्यवस्था का समय-समय पर निगरानी एवं मॉनिटरिंग की और कंट्रोल रूम से व्यवस्थाओं पर संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियेां को आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे।


श्री महाकालेश्वर मंदिर के बाहर निर्गम की ओर बेगमबाग तिराहा पर महाशिवरात्रि पर्व के दौरान कई समाजिक संस्थाओं के द्वारा बाहर से आने वाले दर्श्नार्थियों को फलाहार वितरण किया। जो दर्शनार्थी चलने मे असहाय थे उन्हें व्हीलचेयर पर बैठाकर भगवान महाकाल के दर्शन कराये।


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👉 भगवान महाकाल की 22 फरवरी की दोपहर में होगी भस्मार्ती


👉 पुष्प सेहरा धारण कर अपने दिव्य रूप में भगवान महाकाल दर्शन देंगे


पृथ्वी लोक के अधिपति भगवान महाकाल 22 फरवरी 2020 को पुष्प सेहरा धारण कर श्रद्धालुओं को अपने दिव्य रूप में दर्शन देंगे। वर्ष में एक ही बार महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन 22 फरवरी को भगवान महाकाल की दोपहर में भस्मार्ती होगी। महाशिवरात्रि पर्व 21 फरवरी की प्रात: भस्मार्ती से अगले दिन 22 फरवरी की रात्रि को पट मंगल होने तक भगवान महाकाल के पट खुले रहेंगे। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल का सायं 04 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन हुआ। संध्या आरती 5.30 बजे संपन्न हुई। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे पूजन होगा। भगवान महाकाल को रात्रि 10.30 बजे के बाद जलपात्र से जल चढना बंद हो जायेगा तथा महापूजन प्रारंभ होगा। इसी तरह महाशिवरात्रि के अगले दिन 22 फरवरी को प्रात: 4 बजे से सेहरा चढना और प्रात: 6 बजे सेहरा आरती होगी। प्रात: 11 बजे से सेहरा उतरना प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक भगवान महाकाल की भस्मार्ती होगी। दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक भोग आरती तत्पश्चात ब्राम्हण भोज होगा। संध्या पूजन शाम 5 बजे से 5.45 बजे भगवान को जल चढना बंद होगा। शाम 6.30 बजे से 7.15 बजे तक संध्या आरती और रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के बाद 11 बजे पट मंगल होंगे।


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