विक्रम विश्वविद्यालय में इसी सत्र में प्रारंभ होगा बीजेएमसी पाठ्यक्रम, विक्रम विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों में रिक्त सीटों पर 5 जनवरी तक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
विक्रम विश्वविद्यालय में इसी सत्र में प्रारंभ होगा बीजेएमसी पाठ्यक्रम
विक्रम विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों में रिक्त सीटों पर 5 जनवरी तक कर सकेंगे ऑनलाइन आवेदन
एम ए योग, एलएलएल और रामचरितमानस में विज्ञान और संस्कृति पाठ्यक्रम में ऑनलाइनआवेदन जारी
उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय में वर्तमान सत्र से बीजेएमसी प्रारंभ होगा। इस एक वर्षीय पाठ्यक्रम में किसी भी संकाय में स्नातक उपाधि प्राप्त विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे। वर्तमान दौर में जनसंचार अत्यंत महत्वपूर्ण विधा के रूप में विस्तार पा रहा है। बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन पाठ्यक्रम के अध्ययन के पश्चात रोजगार के अनेक अवसर प्राप्त होते हैं। इनमें प्रमुख हैं : पत्रकारिता, जनसम्पर्क, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब पत्रकारिता, विज्ञापन, रेडियो, सोशल मीडिया, न्यूज एजेंसी, न्यूज वेबसाइट, प्रोडक्शन हाउस, न्यूज चैनल, प्रसार भारती, पब्लिकेशन डिजाइन, फोटोग्राफी, फिल्म मेकिंग आदि। जनसंचार में उपाधिप्राप्त विद्यार्थी फ्रीलान्सिंग भी कर सकते हैं। हिंदी अध्ययनशाला में प्रारंभ हो रहे इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी 7 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। यह पाठ्यक्रम 30 सीटों के साथ प्रारंभ किया जा रहा है।
विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में संचालित जिन पाठ्यक्रमों में सीटें रिक्त हैं, उनकी ऑनलाइन लिंक 5 जनवरी 2021 तक खुली रहेगी। इच्छुक विद्यार्थी संबंधित अध्ययनशाला / संस्थान में संपर्क कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि , विश्वविद्यालय में नवस्थापित विधि अध्ययनशाला में एल एल एम, दर्शनशास्त्र अध्ययनशाला में एम ए योग एवं हिंदी अध्ययनशाला में हाल ही में प्रारंभ किया गए रामचरितमानस में विज्ञान और संस्कृति प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम में प्रवेश जारी है। एम ए योग में 31 दिसम्बर तक 65 से अधिक आवेदन और एलएलएल में लगभग 30 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं। रामचरितमानस में विज्ञान और संस्कृति प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम में 29 आवेदन ऑनलाइन जमा हुए हैं। इन पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर ऑनलाइन आवेदन दिनांक 5 जनवरी 2021 तक किए जा सकेंगे।
Comments