कोविड के दौर में युवाओं को स्किल्ड बनाना आज की जरूरतः प्रो. खंबायत ; पीएसएससीआईवीई में व्यावसायिक शिक्षा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
कोविड के दौर में युवाओं को स्किल्ड बनाना आज की जरूरतः प्रो. खंबायत
पीएसएससीआईवीई में व्यावसायिक शिक्षा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन
पीएसएस व्यावसायिक शिक्षा केंद्र में व्यावसायिक शिक्षा व प्रशिक्षण में उत्कृष्टता और बदलाव में चुनौतियों को लेकर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन देश के साथ ही श्रीलंका एवं जर्मनी के व्यावसायिक शिक्षा के विशेषज्ञों ने शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में युवाओं के कौशल विकास और प्रशिक्षण पर जोर दिया। कार्यक्रम के पहले सत्र में वैश्विक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण (वीईटी) के सुदृढ़ीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय अनुबंधों, सहयोग, स्थानीय समुदायों के योगदान, शोधकर्ताओं और शिक्षा के लिए नीति निर्धारण करने वाले देशों के आपसी सामंजस्य के योगदान पर जोर दिया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन सत्र की अध्यक्षता करते हुए संस्था के संयुक्त निदेशक प्रो. राजेश पुं. खंबायत ने कहा कि आज का दौर चुनौतीपूर्ण है, विशेषकर रोजगार के क्षेत्र में आज विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। कोविड महामारी के दौर में हमें युवाओं को कौशलयुक्त बनाने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है और हमें रोजगार के नए अवसर बनाने होंगे। टीवीईटी (TVET) की नीति को और ज्यादा मजबूत करने के लिए संकल्पित होना होगा, और सरकार टीवीईटी में गुणवतता लाने का प्रयास कर रही है।
साथ मिलकर व्यावसायिक शिक्षा को आगे बढ़ाएंगेः बर्मेस्टर
टीवीईटी, जीआईझेड (GIZ) जर्मनी परियोजना की प्रमुख जेनेट बर्मेस्टर ने वैश्विक संक्रमण के समय में व्यावसायिक शिक्षा प्रशिक्षण की उत्कृष्टता के संबंध में जर्मन विकास संगठन के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि भारत-जर्मन विनियम कार्यक्रम के अंतर्गत हम व्यावसायिक शिक्षा को आगे बढ़ाएंगे। आज का समय चुनौतियों से परिपूर्ण है, इसलिए हमें मिलकर वीईटी (VET) पर और ज्यादा व सशक्त रूप से काम करने की जरूरत है।
शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित होः डॉ. मनजीत
क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के पूर्व प्राचार्य डॉ. मनजीत सेन गुप्ता ने कहा कि नई पीढ़ी और गुणवत्ता को आपस में जुड़ा होना चाहिए, ताकि विद्यार्थी योग्य एवं हुनरमंद बनें। विद्यार्थियों और अध्यापकों को कौशल प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए और सीखने वालों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जानी चाहिए, इसके लिए नए व्यावसायिक संस्थान स्थापित होने चाहिए।
श्रीलंका ने भी वीईटी के सुदृढ़ीकरण पर दिया जोर
श्रीलंका में टीवीईटी की मुख्यधारा के लिए समावेशी रणनीति पर कोलंबो के उप महानिदेशक डॉ. जनका जयलथ ने कहा कि श्रीलंका में टीवीईटी लागू करने को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। देश में समुचित कौशल विकास के लिए ऑस्ट्रेलिया द्वारा एक परियोजना को भी मंजूरी दी गई है।
इन्होंने भी रखे विचार
जेएलयू भोपाल के शिक्षा प्रबंधन प्रमुख डॉ. नीलेश खरे ने कहा कि टीवीईटी गुणवत्ता में सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाने चाहिए। टीवीईटी के लिए रूपरेखा तैयार होनी चाहिए। इसके अलावा कार्यक्रम में प्रो. विनय स्वरूप मेहरोत्रा, डॉ. वी. थनीकाचलम, प्रो. एस.जेड. हैदर, बामन बनर्जी, चिंरजीव गुहा, वाय.पी. चावला, डॉ. ए.के. सचेती, रजनीष शर्मा, रथनैया के., धीरेन्द्र शर्मा, डॉ. मिनी एस.आर. मनीष जोषी, मंजुला आर., श्रीलथा के. प्रथा दास, वीरेन्द्र शर्मा, सुरेश ठाकुर, दिव्येन्दू चौधरी ने भी व्यावसायिक शिक्षा में डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने पर अपने विचार रखे।
Comments