नवीन सत्र प्रारम्भ के अवसर पर कुलपति और संभागायुक्त ने दिए प्रेरक उद्बोधन ; धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में प्रारंम हुआ ट्रांजीशनल क्यूरीक्यूलम
नवीन सत्र प्रारम्भ के अवसर पर कुलपति और संभागायुक्त ने दिए प्रेरक उद्बोधन
धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में प्रारंम हुआ ट्रांजीशनल क्यूरीक्यूलम
उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय उज्जैन के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरशिया ने संरथा परिचयन देते हुए बताया कि आज दिनांक 08.03.2021 को भारतीय चिकित्सा पद्धति केन्द्रीय परिषद नई दिल्ली के निर्देशानुसार 45 दिवसीय ट्रांजीशनल क्पूरीक्यूलम (08.03.2021 से 25.03.2021 तक) बी.ए.एग.एस. प्रथम वर्ष में प्रवेशित छात्रों के पुनर्बाघ, ज्ञानवर्द्धन, महाविद्यालय एवं चिकित्सालय अवलोकन तथा संस्था परिचय की दृष्टि से इंडक्शन पाठयकम का प्रारंभ किया गया, महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानाचार्य डॉ. चौरसिया ने सभी को शुभकातनाएं दी।
उद्घाटन अवसर पर भगवान धन्वन्तरि के पूजन अर्चन उपरान्त कार्यकग प्रारंभ किया गया जिसमें बी.ए.एम.एस. प्रथम दर्ष तथा एम.डी. प्रथम वर्ष के नवांगतुक छात्रों को उनके सीनियर्स द्वारा स्वागत कार्यकम रखा गया। नये छात्रों ने परिचय के दौरान कदिता, कहानी, चुटकले, शायरी आदि सुनाकर भरपूर मनोरंजन किया। महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने अपने अनुमवों तथा आयुर्वेद के व्यवहारिक ज्ञान पर चर्चा करते हुए नवागंतुकों को प्रेरित किया तथा घन्वन्तरि महाविद्यालय की विकास यात्रा की झलकियां दिखाई। मोटीवेशनल स्पीकर डॉ. प्रतिभा शर्मा ने इस अवसर पर भगवान धन्वन्तरि एवं आयुर्वद के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए प्रेरक उद्बोधन दिया।
आयुर्वेद चिकित्सा के महत्व तथा शोध को बढावा देने के लिए विकम विश्वविद्यालय से समन्वय करने की अपील माननीय कुलपति श्री अखिलेश पांडे जी ने की तथा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया के कार्यशैली की सराहना करते हुए उन्नत अकादमिक वातावरण तथा महाविद्यालय के प्राध्यापकों के ज्ञान की प्रशंसा की। अभिमावकों एवं नदीन छात्रों को आश्वस्त किया कि शासन ने रैगिंग को पूर्णतः प्रतिबंधित किया है।
संस्था की कार्यकारिणी समिति की अध्यक्ष एवं संभागायुकत श्री संदीप यादव जी ने छात्रों को उद्वोधित करते हुए महाविद्यालय और चिकित्सालय द्वारा किये जा रहे शैक्षणिक चिकित्सकीय कार्यो पर संतोष व्यक्त किया तथा आयुर्वेद के विभिन्न विषय एवं विशेषज्ञताओं की जानकारी प्राप्त कर महाविद्यालय के विभिन्न विभाग तथा वनौषधि उद्यान का अवलोकन हुए प्रशासनिक दृष्टि से पूर्ण सहयोग हेतु आश्वस्त किया। नवागन्तुक छात्रों को रैगिंग से भयमुक्त होकर अपने सीनियर्स तथा प्रोफेसर्स से समनन््दय बनाकर अधिकाधिक ज्ञानार्जन करने हेतु प्रेरित किया। डॉ. आशीष शर्मा, कार्यकम के समन्वयक रहे।
इस अवसर पर अभिभावक प्रतिनिधियों ने कार्यकम की उपयोगिता बताते हुए संरथा के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यकम में डॉ. ओ.पी. व्यास, डॉ. सतुआ वेदप्रकाश व्यास, डॉ. अजयकीर्ति जैन, डॉ. नूपेन्द्र गिश्र, डॉ. शिरोमणि मिश्रा, डॉ. योगेश वाणे, डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. प्रकाश जोशी, डॉ. रामतीर्थ शर्मा, डॉ, गीता जाटव, डॉ. अनुभा जैन, डॉ. संगीता गुप्ता, डॉ. वंदना सराफ, डॉ. निरंजन सराफ, डॉ. हर्ष पस्तोर, डॉ, कमलेश धनोतिया एवं शिक्षक अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यकग का संचालन छात्र अक्षत राह, रीना राणावत्त, प्रज्ञा शर्मा, गनीष गुप्ता आदि ने किया। वीएएगएरा तथा एगडी के छात्रों ने उपस्थित रहकर नवागत छात्रों का स्वागत कर मंगल तिलक किया।
यह जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा संस्था गीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी द्वारा दी गई।
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