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एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अस्पताल में बेड में बढोतरी का सुझाव दिया ; कोरोना महामारी में स्वास्थ्य स्वास्थ्य सेवा के लिए नर्सिंग और पैरामेडिकल कालेजों के अस्पतालों ओर स्टाफ का उपयोग करे - एनएसयूआई

एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अस्पताल में बेड में बढोतरी का सुझाव दिया

कोरोना महामारी में स्वास्थ्य स्वास्थ्य सेवा के लिए नर्सिंग और पैरामेडिकल कालेजों के अस्पतालों ओर स्टाफ का उपयोग करे - एनएसयूआई

भोपाल में नर्सिंग और पैरामेडिकल कालेजों के पास 8 हजार बिस्तर हैं, एनएसयूआई ने सरकार को इन्हें उपयोग करने का सुझाव दिया


भोपाल -: कोरोना महामारी के कारण लगातार हालात बिगड़ते जा रहे ओर ऐसे हालातो कई मरीजों को मध्यप्रदेश ओर राजधानी भोपाल के अस्पतालों में बेड तक मिलना मुश्किल हो गया हैं और भोपाल के कई अस्पतालों में डाक्टरों के साथ - साथ नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की भी काफी कमी देखने को मिल रही है ।

इन्हीं हालातों को देखते हुये एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कोरोना महामारी में स्वास्थ्य सेवा में बढ़ोतरी के लिए भोपाल के नर्सिंग कॉलेज और पैरामेडिकल काॅलेजो के 100 से 200 बिस्तरो वाले अस्पतालों और डाक्टरों नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ का उपयोग करने का सुझाव दिया |

रवि परमार ने पत्र में बताया कि प्रदेश कोरोना महामारी की चपेट में आम जनता सबसे ज्यादा किसी चीज के लिए परेशान हो रही है तो वो हौ,अपने दम तोड़ते परिजनों को भर्ती करवाने के लिए हॉस्पिटल के चक्कर लगाने में, हम इस विकराल समस्या को खत्म करने के लिए सुझाव देना चाहते है की मध्यप्रदेश में 500 से ज्यादा नर्सिंग कॉलेज है और भोपाल में 70 से ज्यादा कॉलेज हैं और सभी नर्सिंग कॉलेजो के पास 100 से 200 बिस्तरो के अस्पताल हैं और अस्पतालों में 10 अच्छे डाॅक्टरो ,  40 प्रशिक्षित अनुभवी नर्सिंग स्टाफ , 10 प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ और 10 से ज्यादा सफाई कर्मी ओर अन्य कर्मचारीयों की टीम हैं। 

रवि ने बताया कि प्रदेश और राजधानी भोपाल के हालातों को देखते हुये सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल काॅलेजो के अस्पतालों के बेड और प्रशिक्षित और अनुभवी स्टाॅफ का उपयोग किया जाये जिससे सरकार और जनता को राहत मिलेगी । भोपाल में अगर कालेजों के अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करवाया जाये तो 8 हजार से ज्यादा बेड की व्यवस्था हैं।

परमार ने कहा कि टीकाकरण और अस्पतालों में भी अप्रशिक्षित ( अनट्रेंड ) नर्सिंग स्टूडेंट्स से कार्य ना करवा कर प्रत्येक नर्सिंग और पैरामेडिकल काॅलेजो से 5 से 10 प्रशिक्षित और अनुभवी स्टाफ की टीम की सूची लेकर उनसे कार्य करवाया जाये ।

एनएसयूआई मेडिकल विंग ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया हैं कि तत्काल नर्सिंग और पैरामेडिकल काॅलेजों के 100 से 200 बिस्तरो के अस्पतालों के लिये दिशा निर्देश जारी कर मरीजों को भर्ती करवाये जिससे भोपाल की जनता को अपने परिजनों ओर रिश्तेदारो को भर्ती करवाने में परेशानी ना उठाने पढे़।



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