हिंदी के वरिष्ठ कवि, नाटककार, रंगकर्मी और शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन के प्राचार्य रहे श्री हरीश पाठक का 25 अप्रैल को देर रात उज्जैन के एक अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के दौरान असामयिक दुखद निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। उन्होंने उच्च शिक्षा विक्रम विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी। कई दशकों तक उन्होंने प्रदेश के अनेक महाविद्यालयों में हिंदी के प्राध्यापक के रूप में अविस्मरणीय सेवाएँ दीं। वे अपने पीछे पत्नी और एक पुत्र छोड़ कर गए हैं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा सहित अनेक साहित्यकार, रंगकर्मी, और प्रबुद्धजनों ने श्री हरीश पाठक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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