भारतीय- नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के अध्यक्ष सुरेशचन्द्र शुक्ल ‘शरद आलोक’ ने महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 की घोषणा की है।
यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, सुरेशचन्द्र शुक्ल और नार्वे के पूर्व संसदीय मंत्री एस्पेन बार्ट आइदे द्वारा संयुक्त रूप से डिजिटल मंच पर 2 अक्तूबर 2021 को दिन में दो बजे प्रदान किए जायेंगे।
पिछले वर्ष पहले महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार से श्री गुलाब कोठारी, श्रीमती मृदुला सिन्हा और प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, उज्जैन सहित अनेक विद्वतजनों को प्रदान किये गये थे।
इस वर्ष अर्पित किए जाने वाले सम्मानों में समाज सेवा के लिये:
मारित नीबाक (तीन बार स्पीकर रहीं, नार्वे की पार्लियामेंट में), राजेन्द्र सिंह (जल पुरुष), मेधा पाटकर (प्रसिद्ध समाज सेवी), सुमेधा सत्यार्थी (समाज सेवी), हाइकी होल्मोस (पूर्व मंत्री) आदि प्रमुख हैं।
विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोही:
बचेंद्री पाल (भारत की पहली एवरेस्ट पर चढ़ने वाली महिला), नुंगशी मालिक और ताशी मालिक ( एवरेस्ट सहित 7 पहाड़ियों और दक्षिण तथा उत्तरी ध्रुव की यात्रा करने वाली।)
शिक्षा में सेवा
डॉ. रजनीश शुक्ल, कुलपति महात्मा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, डॉ. सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा (पूर्व कुलपति राँची विश्वविद्यालय और महात्मा गाँधी काशी संस्कृत विश्वविद्यालय, प्रो. मोहन कान्त गौतम (नीदरलैंड), प्रो. योगेन्द्र प्रताप सिंह ( विभागाध्यक्ष हिन्दी, लखनऊ विश्व विद्यालय), डॉ. वीरेन्द्र सिंह यादव, विभागाध्यक्ष, हिन्दी ( शकुन्तला मिश्रा दिव्यांग विश्व विद्यालय), डॉ. अनिल सिंह, काउन्सिल मुंबई विश्वविद्यालय, महाराष्ट्र, डॉ. गंगाधर वानोडे और डॉ. गंगा प्रसाद शर्मा ‘गुणशेखर’।
पत्रकारिता
डॉ. सुशील त्रिवेदी, रायपुर, छत्तीसगढ़ मित्र, राजीव रंजन श्रीवास्तव, नयी दिल्ली और सुधीर मिश्र, लखनऊ, वीरेन्द्र वत्स, वरिष्ठ पत्रकार और कवि (लखनऊ) और तेज स्वरूप त्रिवेदी, नयी दिल्ली।
नाट्य में योगदान
क्लिफ़ मुस्ताश, ओस्लो, यार्ल सूलबर्ग , ओस्लो, आनन्द शर्मा ( निर्देशक), लखनऊ।
सुरेशचन्द्र शुक्ल
अध्यक्ष, पुरस्कार समिति और
भारतीय - नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, नार्वे
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