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डॉ. प्रभु चौधरी की मराठी पुस्तक का लोकार्पण पूना में आयोजित

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के महासचिव एवं लेखक डॉ. प्रभु चौधरी की ‘देवनागरी लिपिः तब से अब तक' पुस्तक का मराठी संस्करण का लोकार्पण 5 मार्च को पुना कॉलेज पूणे में होगा। पुस्तक की मराठी अनुवादक श्रीमती सुवर्णा जाधव हिन्दी-मराठी की प्रसिद्ध शिक्षाविद् लेखिका है। पुस्तक का प्रकाशन मराठी साहितय परिषद्, मुम्बई द्वारा किया गया है। 

उल्लेखनीय यह है कि देवनागरी लिपि की पुस्तक के लेखक डॉ. प्रभु चौधरी के देश की विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित लेखो का संकलन लेख होने से हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों में प्रसिद्ध हो रही है। जिसे नागरी लिपि परिषद् के राष्ट्रीय अधिवेशन पांडिचेरी में गत माह पुरूस्कृत भी किया है। मराठी साहित्य परिषद् द्वारा लेखक की पुस्तक को मराठी भाषा के प्रकाशित किया है। पुस्तक का अनुवाद बंगाली, गुजराती, कन्नड़ में भी होगा। पुना कॉलेज पूणे में पुस्तक पर समीक्षात्मक टिप्प्णी वरिष्ठ  शिक्षाविद् एवं नागरी लिपि परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. शहाबुद्दीन शेख विचार व्यक्त करेंगे। इस अवसर पर संचेतना समाचार पत्र के षष्ठम् अंक का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया जायेगा।

Comments

Dr.Anju Saxena said…
भाषा और लिपि पर आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए साधुवाद और इस निहितार्थ पुस्तक प्रकाशन के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ 🌹🌹🙏
Dr.Anju Saxena said…
भाषा और लिपि पर आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए साधुवाद और इस निहितार्थ पुस्तक प्रकाशन के लिए बहुत-बहुत बधाइयाँ 🌹🌹🙏

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