राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. मुक्ता कान्हा कौशिक ने कहा कि, - संस्था पंजीकृत होने से सदस्य संख्या अधिक बढेगी ।
मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, श्रीमती सुवर्णा जाधव, महाराष्ट्र ने कहा कि, - पद के साथ-साथ उस पद के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्यों को भी सदस्यों को बताना जरूरी है और युवा इकाई भी बनायी जानी चाहिए । पत्रिका ऐसी होनी चाहिए जिसको लोग संग्रह करना चाहें।
राष्ट्रीयमार्गदर्शक डॉक्टर. हरिसिंह पाल, दिल्ली ने कहा कि,- पद से संबंधित सभी कार्यों का निर्वाहन सभी सदस्यों को करना चाहिए । पत्रिका में संस्थान की गतिविधियों और आगामी कार्यक्रम की जानकारी भी होना चाहिए।
राष्ट्रीय संयोजक, डॉ. अनुसुइया अग्रवाल , ने कहा कि, - समारोह हर सदस्य की भागीदारी होना आवश्यक है । नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करना परम आवश्यक है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता बालासाहेब तोरस्कर ने कहा कि,- हमें संस्था में युवाओं को सम्मिलित करना चाहिए। पत्रिका को स्थापना दिवस पर स्मरणिका की तरह होना चाहिए। उसमें विज्ञापन की व्यवस्था होनी चाहिए।
श्रीमती गरिमा गर्ग ने कहा कि,- फेसबुक का पेज बनाया बनाया है उसकी जानकारी दी। राज्य पंजाब एवं हरियाणा का संयुक्त आयोजन ट्राइसिटी का चंडीगढ़ में आयोजित किया जावेगा संस्था के समस्त पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाता है
कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संचालन करते हुए डॉ. रश्मि चौबे, गाजियाबाद, मुख्य महासचिव महिला इकाई ने कहा,-माह में एक ऑनलाइन गोष्ठी होना चाहिए।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. रश्मि चौबे की सरस्वती वंदना से हुई। प्रस्तावना राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी , उज्जैन द्वारा प्रस्तुत की गई। स्वागत भाषण श्रीमती गरिमा गर्ग, उप महासचिव पंचकूला ने दिया और आभार व्यक्त श्रीमती पुष्पा गरोठिया ने किया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के मुख्य संयोजक, डॉ.शहाबुद्दीन नियाज़ मोहम्मद शेख , पुणे,, डॉ.प्रवीण बाला, पटियाला श्रीमती दीपिका सुतोदिया , गुवाहाटी ने भी विचार व्यक्त किए । बैठक मे डॉक्टर जी डी अग्रवाल अनिल ओझा डॉक्टर शिवा लोहारिया डॉक्टर सुनीता मंडल श्रीमती पुष्पा गरोठिया भुवनेश्वरी जायसवाल स्मृति चौधरी , डाॅ सीमा चौधरी , डॉ. विनोद बिश्नोई , संगीता पाल आदि अन्य अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
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