विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय चलो अभियान की शुरुआत हुई
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा विश्वविद्यालय चलो अभियान की शुरुआत की गई है। मध्य प्रदेश शासन के कॉलेज चलो अभियान की नीति को साकार करते हुए इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा आने वाले एक माह तक अलग-अलग विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर करियर काउन्सलिंग सेमिनार का आयोजन और विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विभिन्न विषय क्षेत्रों से जुड़े 234 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान करते हुए अधिक से अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है।
विद्यार्थियों को उनके रुचि के अनुरूप विषय में चयन करने हेतु मार्गदर्शन आवश्यक होता है। अधिकांश विद्यार्थियों को अनेक पाठ्यक्रमों के महत्त्व तथा भविष्य में उस क्षेत्र में नौकरी की संभावनाओं का उचित ज्ञान नहीं होता। विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित महत्वपूर्ण पाठ्यक्रमों की जानकारी भविष्य निर्माण के लिए आवश्यक होती है, अतः विद्यार्थियों की ऐसी समस्याओ के समाधान हेतु विक्रम विश्वविद्यालय के द्वारा विश्वविद्यालय चलो अभियान प्रारम्भ करते हुए विद्यार्थियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी, उनका महत्त्व तथा भविष्य में रोजगार प्राप्त करने हेतु संभावनाओं आदि का मार्गदर्शन कुशल शिक्षकों के द्वारा दिया जायेगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालय में विश्वविद्यालय के शिक्षकों के द्वारा विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत दिनांक 22 जून को डॉ शिवि भसीन, प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला एवं डॉ अंजलि उपाध्याय इंजीनियरिंग अध्ययनशाला द्वारा वर्जिन मैरी स्कूल के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान किया गया। आने वाले समय में विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ अरविन्द शुक्ल, डॉ ब्रह्मदत्त शुक्ल, डॉ कंचन थूल, डॉ गरिमा शर्मा सहित विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शिक्षकों द्वारा अलग - अलग विद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य है कि विद्यार्थी अपनी स्वेच्छानुसार सही पाठ्यक्रम का चयन कर अपने भविष्य का निर्माण करे। इसके लिए विश्वविद्यालय के शिक्षक विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करें।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक ने कहा कि मार्गदर्शन की इस पहल से विद्यार्थीगण लाभान्वित होंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को अपने भविष्य निर्धारण में सहायता प्राप्त होगी तथा वे उपयोगी पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर देश के नव- निर्माण में सहभागी बनेंगे।
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