Skip to main content

वाणिज्य अध्ययनशाला में प्रेरणात्मक प्रवेशोत्सव के साथ कैरियर गाइडेंस पर व्याख्यान संपन्न

विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई

जिंदगी कभी भी आसान नहीं होती बल्कि समय के साथ और मजबूत होती है : सीएस खंडेलवाल


उज्जैन। जिंदगी कभी भी आसान नहीं होती बल्कि समय के साथ और मजबूत होती है। आज वक्त कैसा भी हो पर वह बदलता जरूर है। जरूरत है, आपके वर्तमान सकारात्मक प्रयासों की। आपके वर्तमान की मेहनत और समर्पण भविष्य की दशा-दिशा को निर्धारित करती है।


उक्त उद्गार सीएस रोहित खंडेलवाल ने वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय कंपनी सचिव संस्थान एवं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सहयोग से स्वर्ण जयंती हॉल, माधव भवन में नए विद्यार्थियों के प्रवेश उत्सव के अवसर पर आयोजित प्रेरक व कैरियर गाइडेंस व्याख्यान के तहत व्यक्त किए।


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार 
पाण्डेय ने कहा कि, जिस विश्वविद्यालय का इतिहास इतना गौरवशाली रहा है आज से आप उसके अभिन्न अंग हो गए हैं, जहां कृष्ण ने 64 कला सीखी उस स्थल पर आप शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आपने कहा कि, आज का शिक्षक मेंटर की भूमिका में है।

इस अवसर पर आइसीएसआई इंदौर चैप्टर के अध्यक्ष सीएस अरविंद कुमार मीणा एवं मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के वरिष्ठ सलाहकार हरबिंदर सिंह सोखी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, फाइनैंशल सिक्योरिटी आपके भावी जीवन को आत्मनिर्भर बनाती है।


प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. मिश्रा ने व्यक्त किये। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम समन्वयक डॉ आशीष मेहता, डॉ नागेश पाराशर, डॉ परिमिता सिंह, डॉ अनुभा गुप्ता, डॉ कायनात तवर, डॉ नेहा माथुर, डॉ नेहा वर्मा, डॉ निधि चौहान एवं छात्र प्रतिनिधि आदर्श चौधरी, रितिक मोड़, राज मेहता व तरुण परिहार ने किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों से खचाखच भरे स्वर्ण जयंती हॉल में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया।


 कार्यक्रम का संचालन को-कन्वीनर डॉ रुचिका खंडेलवाल व डॉ टीना यादव के निर्देशन में किया गया एवं आभार कोऑर्डिनेटर डॉ शैलेंद्र कुमार भारल ने व्यक्त किया।

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar