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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा कुलपति प्रो पाण्डेय को मध्य क्षेत्र समिति के प्रमुख समन्वयक का दायित्व

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु यूजीसी द्वारा गठित मध्य क्षेत्र समिति के प्रमुख समन्वयक का दायित्व कुलपति प्रो पांडेय को

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा गठित मध्य क्षेत्र समिति के प्रमुख समन्वयक का दायित्व सौंपा गया है। केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किये जाने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय पर इसके कियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं, जिनमें बहु विषयक एवं लचीली शिक्षा प्रणाली अपनाना और शिक्षा का आंतरीकरण जैसे प्रयास शामिल हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सतत प्रयासों से भारत में नई शिक्षा नीति को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास निरंतर जारी है। भारत एक विशाल एवं अत्यधिक जनसंख्या वाला देश है, इसी कारण से यहाँ किसी भी नई नीति को जन-जन में प्रसारित करना एक जटिल कार्य होता है। इसी कार्य को आसान करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सम्पूर्ण भारत को 5 प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित करते हुए 5 विशिष्ट समिति का गठन किया है, जिनका मुख्य कार्य नई शिक्षा नीति को सरल भाषा में भारत के साधारण जन मानस तक पहुंचाने का होगा। इन समितियों में प्रमुख तौर से सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल हैं। इसी क्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय मध्य क्षेत्र समिति के प्रमुख समन्वयक का दायित्व सम्हालेंगे। उनके अलावा इस समिति में कुलपति प्रो पांडेय के साथ प्रो अखिलेश कुमार सिंह कुलपति राजेंद्र सिंह विश्वविद्यालय प्रयागराज, डॉ राजेश सिंह, कुलपति दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, प्रो अशोक कुमार चक्रवाल, कुलपति गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर एवं प्रो संजय जसोला, कुलपति ग्राफ़िक एरा विश्वविद्यालय देहरादून सदस्य के रूप में शामिल होंगे। इस समिति के कार्यक्षेत्र में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, और उत्तराखंड राज्य शामिल होंगे एवं समिति का प्रमुख कार्य हर राज्य के उच्च शिक्षा विभाग को समन्वित करते हुए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वन के लिए सरल तरीके सीखाने का होगा। यह समिति हर क्षेत्र में स्थिति का सही आकलन करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रास्ते में आ रही रुकावटों को दूर करने का प्रयास करेगी एवं हर राज्य के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाये जाने में किये जा रहे प्रयासों का लेखा-जोखा रखेगी।
इस उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा हर उत्तरदायित्व अपने साथ एक नई प्रकार की चुनौती एवं जिम्मेदारी लाता है। अतः उनका प्रयास होगा कि वे दृढ़ संकल्पित हो कर इस दायित्व को पूर्ण करें और नई शिक्षा नीति के मूल उद्देश्य को आम जन तक पहुंचा सकें। कुलपति जी की इस उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो प्रशांत पुराणिक ने उन्हें बधाई देते हुए शुभकामनाएं दीं। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कुलपति जी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सम्पूर्ण विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरवशाली पल है कि जब विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आम जन तक पहुंचा कर देश की सेवा करने का अवसर मिल रहा है। इस समाचार से पूरे विश्वविद्यालय में हर्ष का वातावरण है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण ने कुलपति जी को अनेक बधाई दी।

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