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आयुष चिकित्सा मंत्री महोदय ध्यान दें एकतरफ आयुष चिकित्सा को बढ़ावा दूसरी तरफ एलोपैथिक चिकित्सा से आधा वेतन

उज्जैन। प्रदेश के आयुष महाविद्यालयों में पदस्थ प्रोफेसर, रीडर एवं व्यख्याताओं के प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालयों में पदस्थ प्रोफेसर, रीडर एवं व्याख्याताओं को वेतनमान एवं अन्य चिकित्सा विशेष भत्ता प्राप्त हो रहा है। बड़ी विडम्बना है कि भारतीय चिकित्सा पद्धति इसलिये प्रदेश के केवल आयुष चिकित्सा शिक्षकों का वेतनमान संशोधित नहीं किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालय, दंत महाविद्यालय पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं कृषि, कला, वाणिज्य, विज्ञान आदि महाविद्यालय में समकक्ष पदों पर सभी जगहों पर वर्षों से पुनरीक्षित वेतनमान प्राप्त हो रहा है। जो आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षकों की वर्षों से वेतन संशोधन की मांग में जून-2018 में आंशिक संशोधन करते हुए केवल प्राचार्यों को 8900 ग्रेट पे एवं पुनरीक्षित वेतनमान 37400/- से 67000/- कैबिनेट बैठक में प्रदान किया गया है, जबकि वेतनमान का संशोधन फीडिंग कैडर से होना चाहिए अर्थात व्याख्याता से होना चाहिए था। कोरोना काल के अन्तर्गत सभी आयुष चिकित्सक शिक्षकों ने अपनी सेवाएँ जिला चिकित्सालय में दी है व समाज के लिये प्रेरणादायक कार्य किया है।

डॉ. प्रकाश जोशी ने बताया कि, शीघ्र अति शीघ्र उक्त विडंबना को दूर करने की माँग आयुर्वेद शिक्षक संघ, म.प्र. शासकीय स्वशासी धन्वन्तारि आयुर्वेद महाविद्यालय, उज्जैन इकाई ने प्रमुख सचिव महोदय एवं आयुक्त संचालनालय भारतीय चिकित्सा पद्धति, मध्यप्रदेश शासन भोपाल से की है।

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