पुरस्कृत प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान समारोह सम्पन्न
उज्जैन। संस्कृत, ज्योतिर्विज्ञान एवं वेद अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा अखिल भारतीय कालिदास समारोह 2022 के अन्तर्गत आयोजित अन्तर्महाविद्यालयीन संस्कृत काव्यपाठ तथा अन्तर्महाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतिस्पर्धा में पुरस्कृत अध्ययनशाला के प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कालिदास समारोह के अवसर पर संस्कृत काव्यपाठ में अध्ययनशाला की छात्राओं कु. आरती शर्मा तथा कु. सलोनी पंवार को स्व. अनंतनारायण पुरोहित आवर्तक रजत फलक तथा हिन्दी वाद-विवाद स्पर्धा में अध्ययनशाला की छात्राओं कु. आकांक्षा त्रिवेदी तथा कु. अंकिता शर्मा को कु. रश्मि सेठिया आवर्तक रजत फलक प्राप्त होने पर अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के प्रभारी कुलपति प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थियों से लेकर सामान्य जन के मध्य संस्कृत भाषा के प्रति जागतिक रुचि का सम्प्रसार आवश्यक है। संस्कृत देवभाषा है, जिसमें गुंजित ऋग्वेद की वाणी को मानवीय सभ्यता का आदिग्रन्थ कहा जाता है। किसी भी भाषा के उद्भव के बाद इतनी दिव्य एवं अलौकिक वाणी का सृजन समूचे विश्व में कहीं दृष्टिगोचर नहीं होता है। असीम ज्ञान की संवाहिका संस्कृत अपनी दैवीय विशेषताओं के कारण आज भी अत्यंत प्रासंगिक एवं जीवंत है। संस्कृत के विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को संसार की सर्वाधिक पुरातन और समृद्ध से जुड़कर गौरव का बोध होना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों तथा विद्यार्थियों को आगामी स्पर्धाओं के लिये तत्पर रहने हेतु प्रतिबद्ध किया।
विभागाध्यक्ष डॉ. डी. डी. बेदिया ने कार्यक्रम की पीठिका एवं स्वागत भाषण देते हुए पुरस्कृत प्रतिभागियों को बधाई दीं। उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाली स्पर्धाओं में सक्रिय सहभागिता के साथ अध्ययनशाला और विश्वविद्यालय को गौरवान्वित करने के लिये हम सब मिलकर प्रयास करें और प्रतिभाओं के प्रोत्साहन के लिए स्पर्धाओं का आयोजन निरन्तर करते रहें।
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