उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे. पी. चौरसिया ने बताया कि, चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत दिनांक 12/12/2022 सोमवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। शिशु के मेधा, बुद्धि व बलवर्धन तथा बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों को स्वर्णप्राशन अवश्य करावें । स्वर्णप्राशन माता-पिता द्वारा अपने बच्चों को दिया गया एक अनुपम उपहार है।
शिशु रोग विशेषज्ञ एवं प्रभारी अधिकारी डॉ. गीता जाटव ने आगे बताया कि, चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं के उत्तम स्वास्थ्य एवं दिनचर्या, ऋतुचर्या तथा उचित आहार-विहार हेतु शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क परामर्श दिया जाता है तथा प्रत्येक मंगलवार को शिशु टीकाकरण भी सम्पादित कराया जाता है। विभाग के अंतर्गत बच्चों के विभिन्न रोग जैसे कुपोषण, उदर कृमि, एनीमिया, सेरिब्रलपाल्सी, मेंटल रिटार्डेशन, शैय्या मूत्र, ब्राकाईटिस एलर्जी आदि रोगों का आयुर्वेदीय पद्धति से उपचार किया जाता है। इसी क्रम में प्रत्येक माह एक बार स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम सम्पन्न होता है।
चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा तथा आर. एम. ओ. डॉ. हेमंत मालवीय के निर्देशन में कर्मचारियों तथा छात्र / छात्राओं के सहयोग से स्वर्णप्राशन कार्यक्रम दिनांक 12/12/2022 सोमवार को प्रातः 10:00 से प्रारम्भ होगा।
उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।
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