इन समितियों में प्रमुख तौर से सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल हैं, इसी क्रम में में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय को सेंट्रल जोन कमिटी का लीड कोर्डिनेटर मनोनीत किया गया है। उनके अलावा इस समिति में प्रोफेसर अखिलेश कुमार सिंह कुलपति राजेंद्र सिंह विश्वविद्यालय प्रयागराज, डॉ राजेश सिंह, कुलपति दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, प्रोफेसर अशोक कुमार चक्रवाल, कुलपति गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर एवं प्रोफेसर संजय जसोला, कुलपति ग्राफ़िक एरा विश्वविद्यालय, देहरादून सदस्य के रूप में शामिल होंगे। इस समिति के कार्यक्षेत्र में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, और उत्तराखंड राज्य शामिल होंगे एवं समिति का प्रमुख कार्य हर राज्य के उच्च शिक्षा विभाग को एकत्रित करते हुए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वन के लिए सरल तरीकों को सीखना होगा। यह समिति हर क्षेत्र में स्थिति का सही आकलन करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रास्ते में आ रही रुकावटों को दूर करने का प्रयास करेगी एवं हर राज्य के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाये जाने में किये जा रहे प्रयासों का लेखा-जोखा रखेगी।
इस उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा हर उत्तरदायित्व अपने साथ एक नई प्रकार की चुनौती एवं जिम्मेदारी लाता है, अतः उनका प्रयास होगा कि वह दृढ़संकल्पित हो कर इस दायित्व को पूर्ण करे और नई शिक्षा नीति के मूल उद्देश्य को आम जन तक पहुंचा सकें। कुलपति जी की इस उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक ने उन्हें बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित कीं। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कुलपति जी को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्पूर्ण विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरवशाली पल है कि जब विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आम जन तक पहुंचा कर देश की सेवा करने का अवसर मिल रहा है। इस समाचार से पूरे विश्वविद्यालय में हर्ष का वातावरण है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, समस्त शिक्षकगण, अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण द्वारा कुलपति जी को अनेक बधाई दी गई।
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