विक्रम विश्वविद्यालय के प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला की बी एससी ऑनर्स बायोटेक्नोलॉजी की छात्राओं का शोध पत्र यू. जी. सी. मान्य जर्नल में प्रकाशित
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला की बी एससी (ऑनर्स ) बायोटेक्नोलॉजी की छात्राओं कुमारी चारवी मदान एवं कुमारी हर्षिता पांडेय का शोध पत्र यू. जी. सी. मान्य जर्नल में प्रकाशित हुआ है। गौरतलब है कि प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के छात्र पिछले एक वर्ष से अधिक समय से अलग-अलग प्रकार के हर्बल उत्पाद विकसित कर रहे हैं, जिनमें हर्बल क्रीम, हर्बल चाय, टोनर, हर्बल सैनिटाइज़र एवं हर्बल चॉकलेट शामिल है। हाल ही में इन छात्रों ने गुड़हल (चाइना रोज) का इस्तेमाल कर एक हर्बल चॉकलेट का निर्मल किया है एवं उससे जुड़ा शोध पत्र यू जी सी मान्य जर्नल इंडियन जर्नल ऑफ़ साइंटिफिक रिसर्च में प्रकाशित किया है। छात्राओं ने यह कार्य विभाग के शिक्षक डॉ अरविन्द शुक्ल एवं डॉ शिवि भसीन के मार्गदर्शन में किया है। उन्होंने इस कार्य को विस्तार से समझाते हुए बताया कि छात्रों द्वारा ऐसी हर्बल चॉकलेट का निर्माण किया गया है, जो कि डायबिटीज के मरीजों द्वारा भी ग्रहण की जा सकती है। इस चॉकलेट में शक्कर नहीं इस्तेमाल की गई है और इसके अतिरिक्त डार्क चॉकलेट में ऐसे तत्व हैं जो शरीर में शक्कर की मात्रा को नियंत्रित करते है। छात्राओं ने भी इस प्रकाशन पर हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि वे और उनकी टीम और कई प्रकार की चॉकलेट का निर्माण कर रहे है जो कि हार्मोनल बैलेंस बनाने में सहायक हो सकती और शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम कर सकती है। छात्रों की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने छात्रों को बधाई दी और बताया कि शिक्षकों के मार्गदर्शन में इस विभाग के छात्रों ने कई महत्वपूर्ण उत्पादों का निर्माण करते हुए पूरे विश्वविद्यालय के सामने एक उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस उत्पाद का पेटेंट करने की प्रक्रिया प्रगति में है और जल्दी ही जैवप्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार में भी इसका प्रस्ताव ग्रांट लेने के लिए भेजा जायेगा। विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि माननीय कुलपति जी के मार्गदर्शन में विभाग उन्नति के पद पर है और शोध एवं अनुसधान के क्षेत्र में नए आयामों को छू रहा है।विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह एवं विभाग के शिक्षकों और छात्राओं को बधाई देते हुए कहां कि यह पूरे विश्वविद्यालय के लिए हर्ष का विषय है कि बी एससी के छात्रों ने शोध पत्र प्रकाशित किया है, जो कि अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकगण डॉ संतोष कुमार ठाकुर, डॉ स्मिता सोलंकी, डॉ गरिमा शर्मा, डॉ शीतल चौहान और डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को बधाई दी।
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