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रामनवमी पर 30 मार्च को विक्रम तीर्थ सरोवर का दृश्य चित्रण करेंगे तीस से अधिक चित्रकार

विश्वविद्यालय परिसर स्थित विक्रम तीर्थ सरोवर के निर्माण के बाद पहली बार होगा सरोवर परिवेश का स्थल चित्रांकन

विक्रम तीर्थ सरोवर

उज्जैनमित्र भारत संस्था, उज्जैन द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन परिसर स्थित विक्रम सरोवर का चित्रांकन तूलिका कलाकारों द्वारा किया जाएगा। रामनवमीं प्रसंग पर सत्यविक्रम सुव्यक्त दिवस तदनुसार 30 मार्च, गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रातः 8.30 से यह रूपांकन प्रारंभ होगा। नगर के तीस से अधिक कलाकार लैण्डस्केप के माध्यम से विक्रम सरोवर का चित्रांकन करेंगे।
यह जानकारी देते हुए संयोजक वरिष्ठ कलाकार श्री बृज खरे ने बताया कि चित्रांकन के पश्चात् प्रातः काल 11 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य में, कार्यपरिषद सदस्य श्री राजेशसिंह कुशवाह के विशिष्ट आतिथ्य में एवं कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक द्वारा कलाकारों को सम्मानित करते हुए अभिनन्दन पत्र अर्पित किए जाएंगे। इस सरोवर का निर्माण सन 2005 में बिना किसी अनुदान के साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों द्वारा श्रमदान से तत्कालीन कुलपति प्रो रामराजेश मिश्र की संकल्पना से किया गया था। इस सरोवर के माध्यम से 96000 क्यूबिक मीटर प्राकृतिक वर्षा जल का संग्रहण होता है। इसके माध्यम से आसपास के पाँच किलोमीटर की परिधि में भूमिगत जल स्तर में निरन्तर वृद्धि होती है। साथ ही परिसर के आवासों एवं छात्रावासों में जल वितरण किया जाता है। रामनवमी पर आयोजित कार्यक्रम में यह सरोवर कला मनीषियों की सर्जनात्मकता को रूपायित करेगा। इस आयोजन का उद्देश्य समस्त प्राणियों के जलाधिकार और पर्यावरण का संरक्षण है।

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