सकारात्मक सोच, स्थिर मन और पौष्टिक भोजन परीक्षा की तैयारी के तीन महत्वपूर्ण स्तम्भ - कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय
परीक्षा की तैयारियों को लेकर कुलपति प्रो पांडेय ने दिए मूल मंत्र
प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में दिनांक 26 अप्रैल 2023 को औचक निरीक्षण पर पहुंचे विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने आंतरिक परीक्षा से पहले विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए मंगलकामनाएं और मूल मन्त्र दिए।
दिनांक 26 अप्रैल 2023, बुधवार, को विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला पहुंचे, जहां विभाग में आंतरिक परीक्षा की तैयारी चल रही थी। परीक्षा को लेकर तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को देख माननीय कुलपति जी ने अपने चिर परिचित अंदाज में विद्यार्थियों से चर्चा प्रारम्भ की एवं उन्हें समझIते हुए कहा कि आज के समय में किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए स्मार्ट वर्क अनिवार्य है। विद्यार्थी स्मार्ट वर्क से अपनी परीक्षा की तैयारी करें। उन्होंने अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा कि परीक्षा विद्यार्थी जीवन का एक अभिन्न अंग है, लेकिन जीवन नहीं है। यह आवश्यक नहीं कि परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वाला विद्यार्थी ही जीवन में भी सफल हो। इसी बात को बढ़ाते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि विद्यार्थी सदैव अपना ज्ञानवर्धन करने के लिए पढ़ें। अपने ज्ञान को बढ़ाएँ, प्रतिस्पर्धा न करे, खुद को निखारे, श्रेष्ठता स्वयं सिद्ध हो जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए तीन महत्वपूर्ण स्तम्भों सकारात्मक सोच, स्थिर मन और पौष्टिक भोजन को अपनी दिनचर्या में अपनाने की सलाह दी। विद्यार्थियों को समझाते हुए कुलपति जी ने कहा कि यदि हमारी सोच सकारात्मक हो तो हमारा मन विकट से विकट परिस्थिति में भी स्थिर रहता है। इससे हम हर परिस्थिति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पौष्टिक और सात्विक भोजन ग्रहण करना भी परीक्षा की तैयारी में सहायक होता है। यह मन को स्थिर रखने में भी मददकारी होता है।
इस अवसर पर कुलपति जी के साथ विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर प्रशांत पुराणिक उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि अक्सर विद्यार्थी परीक्षा के समय अपने संतुलन खो देते हैं और इसी कारण वे अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पाते। अतः विद्यार्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वे परीक्षा के समय अपना संतुलन बनाये रखें और बिना डरे परीक्षा की तैयारी करे। विद्यार्थियों से चर्चा के उपरांत कुलपति जी ने स्वयं परीक्षा कक्ष में जा कर परीक्षा में विद्यार्थियों को उनकी सफलता के लिए मंगलकामनाएँ दीं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि माननीय कुलपति जी सदैव विद्यार्थियों के साथ संपर्क में रहते हैं एवं उनकी हर छोटी बढ़ी दुविधा को सुलझाने में उनकी सहायता करते हैं। इस अवसर पर उपस्थित प्राणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह, विभाग के शिक्षकगण एवं विभाग के कर्मचारीगण ने छात्रों का उत्साहवर्धन करने के लिए कुलपति जी के प्रति धन्यवाद अर्पित किया।
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