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वेतन विसंगति के निराकरण को लेकर समस्त आयुष स्वशासी शिक्षक संवर्ग, मध्यप्रदेश ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र


उज्जैन ।  समस्त आयुष स्वशासी शिक्षक संवर्ग, मध्यप्रदेश ने लिखा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र। पत्र में मुख्यमंत्री जी को लिखा गया है कि, प्रदेश के शासकीय आयुष महाविद्यालयों में स्वशासी शिक्षकों की वेतनमान विसंगति के संबंध में निम्न बिंदुओं की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं-

1. आयुष महाविद्यालय के शिक्षकों का वेतनमान प्रदेश के अन्य चिकित्सा शिक्षा जैसे एलोपैथिक, पशु चिकित्सा, दंत चिकित्सा आदि महाविद्यालयों के शिक्षकों की अपेक्षा बहुत कम है। 2. प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के शिक्षकों का वेतनमान अन्य प्रदेशों के आयुष शिक्षकों की तुलना में बहुत कम है जैसे छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र , राजस्थान तथा ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ दिल्ली। 3. वर्ष 2016 में प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के प्राचार्य पद का वेतनमान पुनरीक्षित कर उन्हें भी उच्चतम वेतनमान दिया जा रहा है।

जबकि प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के शिक्षक संवर्ग का फीडिंग कैडर अस्सिटेंट प्रोफेसर (व्याख्याता) है अतः इसी क्रम अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर , एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रोफेसर सभी कैडर के शिक्षकों को समय बद्ध (टाइम बाउंड पे स्केल) प्रदाय किया जाना चाहिए।

4.महोदय आयुष विभाग के मेडिकल ऑफिसर के पद के लिए न्यूनतम अहर्ता योग्यता स्नातक है जबकि शिक्षक संवर्ग के फीडिंग कैडर अर्थात व्याख्याता के पद के लिए न्यूनतम अहर्ता योग्यता स्नातकोत्तर है , फिर भी दोनों कैडर की पे स्केल समान है ।
5.इस वेतनमान पुनरीक्षण प्रक्रिया में कुल आर्थिक व्यय लगभग 10 करोड़ अनुमानित है। पत्र के अंत में माननीय मुख्यमंत्री जी से समस्त आयुष स्वशासी शिक्षक संवर्ग, मध्यप्रदेश द्वारा अनुरोध किया गया है कि उक्त वेतन विसंगति का निराकरण कर आयुष शिक्षकों को भी उनकी योग्यता एवं अनुभव अनुसार उच्चतम स्तर का वेतनमान प्रदाय करवाने की कृपा करेंगे।

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