समापन दिवस पर दिया गया करियर मार्गदर्शन और 275 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी
विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में हुए तीन दिवसीय प्रतिकल्पा उत्कर्ष में लगभग 17 सौ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया
उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव के समापन दिवस पर 35 से अधिक संस्थानों और अध्ययनशालाओं में संचालित 275 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान की गई। प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 के समापन दिवस पर में 415 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए। तीन दिवसीय आयोजन में लगभग 17 सौ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने प्रतिकल्पा उत्कर्ष कार्यक्रम के समापन समारोह को सम्बोधित किया। उनके साथ कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो उमा शर्मा, समन्वयक प्रो डी डी बेदिया एवं डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा ने विचार व्यक्त किए।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने इस आयोजन की सफलता पर उपस्थित जनों को बधाई दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रवेश की इस बेला को सुचारु रूप से संचालित करना शिक्षकों का दायित्व है। अपने कार्यस्थल को मंदिर और कर्म को पूजा समझें। विश्वविद्यालय के विकास के लिए आगे आकर काम करें। शिक्षक एवं कर्मचारी कर गुजरने के लिए आवश्यकताओं से ज्यादा मन चाहिए। विश्वविद्यालय को चलाने के लिए आपसी सामंजस्य अत्यंत आवश्यक है। सभी शिक्षकों को अनुसंधान के साथ शोध पत्र प्रकाशन पर ध्यान देना चाहिए। आज के समय में विभागों में संचालित पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थियों को आकर्षित करना जरूरी है। सभी विश्वविद्यालय हित में काम करें। विश्वविद्यालय में आने वाले विद्यार्थी किसी न किसी विभाग में एडमिशन ले, यह उद्देश्य सभी शिक्षकों को होना चाहिए। बड़ी संस्थाओं को विश्वविद्यालय से जोड़ें।
कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि विगत 3 वर्षों से विश्वविद्यालय द्वारा वैश्विक मांग के अनुसार विभिन्न प्रकार के रोजगारपरक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को एक ही परिसर में अनेक रुचि के अनुसार पाठ्यक्रम अध्ययन हेतु उपलब्ध हो सकें। प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 जैसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का चयन करने हेतु सहायक होते हैं, जहां पर विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों द्वारा संबंधित क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार की संभावनाओं आदि से विद्यार्थियों को जानकारी दी जाती है। विक्रम विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रतिकल्पा उत्कर्ष जैसे कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर करता है। इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों का रुझान विश्वविद्यालय की ओर काफी बढ़ रहा है और ज्यादा से ज्यादा पाठ्यक्रमों के विषय के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी गई है, जिससे विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं।
रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमा शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रवेश उत्सव में मार्गदर्शन एवं समय-समय पर रोजगार मेले का आयोजन किया जाता है, जिससे अनेक विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण डॉ एस के मिश्रा अधिष्ठाता विद्यार्थी कल्याण संकाय द्वारा दिया गया। आभार डॉक्टर डी डी बेदिया डायरेक्टर स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अमृता शुक्ला द्वारा किया गया। कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ अरविंद शुक्ला एवं डॉक्टर शिवी भसीन थे। आयोजन समिति में डॉक्टर मोहित प्रजापति डॉक्टर अंजलि उपाध्याय, डॉक्टर कंचन थुल, इंजी शिवम शर्मा, डॉक्टर ब्रह्मदत्त शुक्ला प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। प्रतिकल्पा उत्कर्ष कार्यक्रम में विभिन्न अध्ययनशालाओं से करियर मार्गदर्शन हेतु प्रोफेसर कमलेश दशोरा, प्रोफेसर डीएम कुमावत, प्रोफेसर अनिल जैन, प्रो अंजना पांडेय, प्रो बी के आंजना, डॉ राकेश पंड्या, डॉक्टर पराग दलाल, डॉ मुकेश वाणी, डॉ प्रीति पांडेय, डॉ प्रतिभा सराफ, डॉक्टर रितेश नागर, डॉ अमित मरमट आदि उपस्थित थे।
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