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आयुर्वेद चिकित्सा एवं पंचकर्म के क्षेत्र में उज्जैन बनेगा नंबर वन - पारस जी जैन

उज्जैनविश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर मध्य प्रदेश सरकार की पहल पर आयुष विभाग द्वारा 18 मई से 5 जून तक पर्यावरण संरक्षण के संबंध में जागरूकता जैसे पॉलिथीन एवं सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग ना करें, अन्न को अनुचित ना फेंके, जल बचाएं, विद्युत का उचित उपयोग करें, एवं इस वर्ष मनाए जा रहे मिलेट्स ईयर के अनुसार मोटे अनाज के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रदेशभर की सभी आयुष डिस्पेंसरीओं में ब्लॉक स्तर पर एवं आयुर्वेद महाविद्यालय में आयुष मेलों का आयोजन किया जा रहा है

इसी तारतम्य में 3 जून शनिवार को चिमनगंज थाने के पीछे स्थित धन्वंतरी आयुर्वेद चिकित्सालय में विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की पीजी छात्र छात्राओं ने मोटे अनाज के सैंपल्स को जनता के लिए प्रदर्शित किया एवं मोटे अनाजों से बनने वाले तरह-तरह के व्यंजन स्वयं अपने हाथों से बनाकर जनता के सामने उसकी प्रदर्शनी लगाई। व्यंजनों में कोदो से बने पुलाव, मिक्स मिलेट अप्पे, चना चाट मसाला, मिक्स मिलेट चीला, मूंग की दाल, आदि अनेक व्यंजन शामिल थे। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता करने उज्जैन उत्तर के विधायक पूर्व ऊर्जा मंत्री एवं शिक्षा मंत्री माननीय श्री पारस चंद्र जी जैन ने चिकित्सालय में शिरकत की एवं आयोजित शिविर का अवलोकन किया । छात्राओं द्वारा बनाए गए व्यंजनों को चखा एवं उनकी सराहना कर हौसला अफजाई की। उक्त शिविर में 510 रोगियों ने लाभ प्राप्त किया ।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जे पी चौरसिया ने बताया कि माननीय पारस चंद्र जैन ने आयुष मेले की सराहना की एवं इस पहल को आगे बढ़ाने का हौसला देते हुए आयुर्वेद जगत में उज्जैन की भूमिका को सराहा। शिविर में मौके पर चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ ओ पी शर्मा, चिकित्सालय के आरएमओ, डॉ हेमंत मालवीय एवं इस शिविर के संयोजक डॉ निरंजन सराफ, डॉ अजय कीर्ति जैन, डॉक्टर प्रकाश जोशी, डॉक्टर रामतीर्थ शर्मा एवं सभी वरिष्ठ प्रोफेसर चिकित्सालय में अपनी ओपीडी में ड्यूटी देते हुए रोगियों का इलाज करते रहे। पीजी छात्राओं में डॉक्टर वाणी हरिनखेडे, डॉक्टर शिवानी रघुवंशी, डॉक्टर हेमा बोरियाले, डॉक्टर अश्विनी चौहान एवं डॉक्टर पूजा मुकानामाठ ने व्यंजनों का निर्माण किया एवं मोटे अनाज के विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी लगाई। जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ प्रकाश जोशी ने दी।

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