उज्जैन। "देश के साथ संस्कृति की बात" मिशन से प्रेरित विश्व मांगल्य छात्र सभा की दो दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि बैठक श्रीक्षेत्र उज्जैन में संपन्न हुई।
विश्रवा मांगल्य छात्र सभा एक गैर-राजनीतिक महिला संगठन है जो कॉलेज के साथ-साथ समाज में भी काम करती है। युवा शक्ति भविष्य के पारिवारिक संगठन, समाज और राजनीतिक संगठन का आधार है, इस दृष्टि से युवा महिलाओं को एक आदर्श व्यक्तित्व और कल्याणकारी व्यक्तित्व का विकास करना चाहिए।
बैठक सभा के अध्यक्ष परम पूज्य आचार्य स्वामी जीतेन्द्रनाथ महाराज, विश्व मांगल्य सभा की अखिल भारतीय संगठन मंत्री सुश्री डॉ. वृषलीताई जोशी, विश्व मांगल्य सभा की अखिल भारतीय मार्गदर्शक मा. प्रशांतजी हरतालकर के आतिथ्य में बैठक सम्पन्न हुई और उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
बैठक के लिए आठ अलग-अलग प्रांतों से कुल 40 प्रतिनिधि एकत्र हुए, जिनमें छात्र और शिक्षक भी शामिल थे।
सौभाग्य से, उज्जैन अर्थात अवंतिका नगरी में, पवित्र महाकालेश्वर की साक्षी में, अखिल भारतीय छात्र सभा के अध्यक्ष माननीय विश्वमंगलयाचत्र सभा की केंद्रीय संयोजिका सुश्री श्रुति देशपांडे के साथ कीर्तिताई पातुरकर ने अखिल भारतीय प्रतिबद्धता की घोषणा की।
परम पूज्य स्वामी जीतेन्द्रनाथजी ने जोर देकर कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि हर कोई राष्ट्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाए।
विश्वमांगल्य सभा के सलाहकार श्री प्रशांतजी ने संगठन के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक संरचना एक विज्ञान की तरह है। श्री वृषालीजी ने बैठक को उचित ठहराते हुए विश्वमांगल्य छात्र सभा की भूमिका को समझाया।
बैठक में आगामी वर्ष में किए जाने वाले कार्यों की योजना तय की गई। उपस्थित प्रतिनिधियों की चर्चा के माध्यम से आगामी वर्ष के लिए कुछ गतिविधियाँ निर्धारित की गईं। बैठक में सभी महानुभावों का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। गणमान्य व्यक्तियों ने सभी को बधाई दी। दो दिवसीय प्रतिनिधि मंडल बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।
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