मुख्य अतिथि के रूप में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय उपस्थित रहे। नाटक की थीम "काश! पेड़ बोल पाते " थी। अपने उद्बोधन में प्रो. स्वाति दुबे ने कहा कि हमारी परम्पराओं एवं जीवन पद्धतियों में पर्यावरण संरक्षण की भावना बहुत गहरे प्रतिष्ठित है, परंतु आधुनिकता की अंतहीन पिपासा ने मानव जाति का बहुत नुकसान किया है, इस नाटिका के माध्यम से समाज को जागरूक करने की दिशा में फिजीक्स क्लब का यह एक विनम्र प्रयास है। अंत में कुलपति महोदय द्वारा छात्र हर्षवर्धन सिंह द्ववारा लिखित एवं निर्देशित लघु नाटिका की थीम की सराहना करते हुए सुझाव भी दिए। लघु नाटिका के द्वारा पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया । समारोह में कुलपति महोदय द्वारा सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के शिक्षक डॉ निश्छल यादव, डॉ गणपत अहिरवार, डॉ रत्ना अग्रवाल, डॉ अपूर्वा मुले, डॉ. प्रिया दुबे, डॉ कमल जैन तथा विद्यार्थियों जयश्री शर्मा, नवीन जोनवाल, उपानंद बेहरे, बासुदेव पाधी, निकिता फुलेरिया, हेमलता पंवार, रोहित चक्रधारी आदि का योगदान रहा।
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