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भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले फूल सिर्फ तोड़े नहीं, बल्कि उनके पौधे रोपित भी करें-कुलपति प्रोफेसर पांडेय

विक्रमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हुआ फूल एवं फल देने वाले पौधों का रोपण

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के परिसर में स्थित विक्रमेश्वर महादेव मंदिर के परिसर में फूल एवं फल देने वाले पौधों का रोपण विश्वविद्यालय रहवासी महिलाओं द्वारा माननीय कुलपति प्रोफेसर पांडेय के उपस्थिति में किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में स्थित विक्रमेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में फूल एवं फल देने वाले पौधों का रोपण विश्वविद्यालय रहवासी महिलाओं द्वारा माननीय कुलपति प्रोफेसर पांडेय के उपस्थिति में किया गया। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व ही विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विश्वविद्यालय के रहने वाली महिलाओं से मशरूम उत्पादन करने का आग्रह किया था, जिससे उनकी एवं विश्वविद्यालय की प्रगति हो सके। 

इस शृंखला में माननीय कुलपति जी ने विश्वविद्यालय रहवासी महिलाओं से मंदिर प्रांगण में भगवान शिव को चढ़ने वाले बेलपत्र के साथ-साथ कई और फलधारी पौधे जैसे चमेली, चंपा, क्लेसिया, क्लिनयोग, कनेर आदि का रोपण किए जाने के लिए कहा। कुलपति जी ने मंदिर प्रांगण में पौधारोपण का संपूर्ण कार्य महिलाओं को सौंपते हुए उन्हें परिसर में अपने-अपने नाम का एक पौधा अवश्य रोपित करें और उसमें नियम से पानी और खाद भी डालें। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले फूल सिर्फ तोड़े नहीं बल्कि उनके पौधे रोपित भी करें और कैंपस को हरा-भरा बने रखने में अपना योगदान दे। माननीय कुलपति जी ने महिलाओं से शीघ्र ही मशरूम उत्पादन प्रारंभ करने की अपील की। गौरतलब है कि कैंपस रहवासी महिलाओं ने कुछ दिन पूर्व कुलपति जी को मंदिर में शेड बनाए जाने के लिए संपर्क किया था जिसको ध्यान में रखते हुए कुलपति जी ने स्वयं के व्यय से शेड का निर्माण करवाया।

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि प्रकृति प्रेमी माननीय कुलपति जी सदैव प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु तत्पर रहते हैं, जिनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय परिसर में अभी तक 10 हजार से अधिक पौधों का रोपण हुआ है।

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