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मशरूम का उपयोग कर कई महत्वपूर्ण उत्पाद बनाकर इसे एक अच्छे उद्योग के रूप में स्थापित किया जा सकता है -कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय के सान्निध्य में प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने प्रातः काल भ्रमण करने वाले उज्जैन शहर के गणमान्य नागरिकों को मशरूम का उपयोग कर कई महत्वपूर्ण उत्पाद बनाकर इसे एक अच्छे उद्योग के रूप में स्थापित करने की अपील की।

दिनांक 27 जुलाई 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय के सान्निध्य में प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने प्रातः काल भ्रमण करने वाले उज्जैन शहर के गणमान्य नागरिकों को मशरूम का उपयोग कर उससे कई महत्वपूर्ण उत्पाद बनाकर इसे एक अच्छे उद्योग के रूप में स्थापित करने की अपील की। गौरतलब है कि विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति विद्यार्थियों के साथ अक्सर फील्ड वर्क में संलग्न दिखाई देते हैं।

 इसी क्रम में आज माननीय कुलपति जी ने प्रातः काल विद्यार्थियों के साथ भ्रमण करते हुए विद्यार्थियों को मयूर वन (विक्रम वाटिका) में प्रायोगिक फील्ड वर्क का ज्ञान प्रदान करते हुए मशरूम की पारिस्थितिकी, वास स्थान, मशरूम की विभिन्न प्रकार की प्रजातियों का तथा उनके द्वारा उत्पादित किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के औषधीय प्रसाधन के साथ उनके अन्य उपयोगों के बारे में जानकारी प्रदान की। माननीय कुलपति जी के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने भ्रमण कर रहे उज्जैन शहर के नागरिकों को मशरूम की उपयोगिता के बारे में बताया और उनसे मशरूम के उत्पादन की प्रक्रिया सीखने की अपील की। 

विद्यार्थियों ने नागरिकों को बताया कि वे मशरूम उत्पादन की प्रक्रिया विक्रम विश्वविद्यालय के वनस्पति अध्ययनशाला से सीख सकते हैं एवं मशरूम के उदपात बनाने की प्रक्रिया विक्रम विश्वविद्यालय के प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला से सीख सकते हैं। 

माननीय कुलपति जी ने भी नागरिकों से संवाद करते हुए कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय का उद्देश्य सदैव उज्जैन शहर के नागरिकों का एवं शहर का विकास करना रहा है और इसी लिए विश्वविद्यालय ने कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए हैं जिनमें से मशरूम उत्पादन भी एक है, जिससे सीख नागरिक अपना स्वयं का व्यवसाय भी स्थापित कर सकते हैं। 

इस अवसर पर माननीय कुलपति जी के साथ प्राणिकी एवं प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।विद्यार्थियों का सदैव मार्गदर्शन करने के लिए विभागाध्यक्ष डॉक्टर सलिल सिंह ने माननीय कुलपति जी को धन्यवाद दिया।

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