Skip to main content

उज्जैन प्रेस क्लब द्वारा प्रमुख सचिव विधान सभा का सम्मान

■ सामाजिक मूल्यों के संरक्षण में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण : अवधेश प्रताप सिंह

■ मीडिया जो गंभीर मुद्दे उठाती हैं उन्हें विधानसभा में विधायकगण भी प्रमुखता से उठाते हैं : प्रमुख सचिव विधानसभा

■ सभी को राजनीति का ज्ञान होना आवश्यक - डॉ प्रतिमा सिंह

🙏  द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏

उज्जैन, गुरुवार, 24 अगस्त, 2023 । राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन से वापिसी में आज श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश विधान सभा द्वारा उज्जैन में अल्प प्रवास कर सपत्नीक ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कर श्री महाकाल भगवान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया एवं श्री महाकाल लोक परिसर का जिला प्रशासन के अधिकारियो के साथ अवलोकन किया गया। 

तत्पश्चात्  उज्जैन प्रेस क्लब अध्यक्ष के आमंत्रण पर श्री सिंह उज्जैन प्रेस क्लब सभागृह पहुँचे जहाँ प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ विशाल सिंह हाड़ा एवं प्रेस क्लब पदाधिकारियों द्वारा गरिमामय कार्यक्रम में प्रमुख सचिव विधान सभा का आत्मीयता के साथ स्वागत किया गया।

इस कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के पूजन और दीप प्रज्ज्वल के साथ हुई जिसके बाद प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष डॉ गणपत सिंह चौहान, प्रदीप मालवीय, सह सचिव रवि सेन, भूपेंद्र भूतड़ा, सुमेर सोलंकी, अशोक त्रिपाठी, प्रणव नागर, निलेश खोयरे, मनोज तिलक, अपूर्व देवड़ा, विकास शर्मा, संजय शुक्ल, गोविंद प्रजापत, राहुल यादव  द्वारा विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह एवं डॉ प्रतिमा सिंह जी का स्मृति चिन्ह और मोतियों की माला पहनाकर स्वागत सम्मान किया। 

मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव के रूप में श्री अवधेश प्रताप सिंह जी द्वारा संसद तथा विधायिका में उत्कृष्ट विधायी व समाज सेवा के कार्य करने पर सोसायटी फॉर प्रेस क्लब उज्जैन द्वारा आपका शाल, श्रीफल व अभिनंदन पत्र के साथ सम्मान किया गया ।

इस अवसर पर श्री सिंह ने आत्मीय सम्मान के लिए उज्जैन प्रेस क्लब का आभार व्यक्त कर कहा कि, मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने से पत्रकारों की लोकतांत्रिक एवं सामाजिक मूल्यों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिए नई पीढ़ी तक विधायी गतिविधियों तथा सामाजिक सरोकार का सही पक्ष पहुँचे इस हेतु रचनात्मक पत्रकारिता जरुरी है। समाचार पत्रों में विधायी सदनों  में शोर शराबे के स्थान पर जनहित के मुद्दों या विधान पर चर्चा को प्राथमिकता दी जाना चाहिए जिससे सदस्यों की गंभीर विषयों में चर्चा की रुचि बढ़े।

वर्तमान मे कार्यपालिका, न्यायपालिका की तरह ही पत्रकारिता का भी एक महत्वपूर्ण स्थान बन चुका है, क्योंकि मीडिया छोटे या बड़े जो भी मुद्दे प्रकाशित और प्रसारित करती है अब न सिर्फ उन पर ध्यान दिया जाता है बल्कि यह मुद्दा विधानसभा में भी चर्चा का विषय बन जाते हैं। यह बात विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह ने उज्जैन प्रेस क्लब पर आयोजित सम्मान समारोह के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। आपने आगे कहा कि, पत्रकारिता के माध्यम से हम समाज में हो रहे मूल्यों के क्षरण को रोक सकते हैं। पॉजिटिव पत्रकारिता कर यदि मुद्दों को  सही तरीके से उठाया जाए तो  सभी को इसका लाभ मिलेगा। आपने यह भी कहा कि, जनप्रतिनिधियों की जनसेवा में भी पत्रकारिता का महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि मीडिया के द्वारा उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर ही जनसेवक भी तत्काल कार्य करते हैं।

● सभी को राजनीति का ज्ञान होना आवश्यक - डॉ प्रतिमा सिंह

कार्यक्रम के दौरान डॉ.प्रतिमा सिंह ( प्रोफेसर), संचालक - कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ संसदीय कार्य विभाग, म.प्र शासन भोपाल ने संबोधित करते हुए कहा कि,  समाज में मीडिया का अपना एक दायित्व है जिसके कारण इसे चौथा स्तंभ कहा जाता है। आपने बताया कि, कॉलेज मे तो  राजनीतिक शास्त्र पढ़ने वाले विद्यार्थियो को राजनीति के बारे मे काफी जानकारी रहती है लेकिन सभी को यह जानकारी होना चाहिए कि देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कौन है ! चुनाव प्रक्रिया क्या होती है ! मुख्यमंत्री बदलने के बाद आगे और कौन-कौन बदले जा सकते हैं।  यह सारी जानकारी आज की जनरेशन को सिर्फ और सिर्फ मीडिया के माध्यम से ही मिलती है। स्थिति यह है कि जब तक मीडिया किसी को इस बारे मे जानकारी उपलब्ध नही करवाता तब तक किसी को यह जानकारी नही होती है।

कार्यक्रम में विभिन्न समाचार पत्रों के वरिष्ठ संवाददाता सहित बड़ी संख्या में पत्रकारगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री शैलेंद्र व्यास स्वामी द्वारा किया गया।

✍ राधेश्याम चौऋषिया




प्रमुख सचिव श्री सिंह ने श्री महाकाल भगवान के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया

उज्जैन, गुरुवार, 24 अगस्त, 2023 । उज्जैन प्रवास के दौरान आज मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह व डॉ.प्रतिमा सिंह, प्रोफेसर, संचालक - कुंजीलाल दुबे राष्ट्रीय संसदीय विद्यापीठ, संसदीय कार्य विभाग, म.प्र शासन भोपाल ने ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकाल भगवान जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद आपने श्री महाकाल लोक का भी अवलोकन किया ।

ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति, उज्जैन द्वारा मंदिर में आपका स्वागत/अभिनन्दन भी किया गया । इस दौरान आपके साथ उज्जैन जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण, जिला प्रोटोकॉल अधिकारी आदि भी साथ ही रहे हैं ।





✍ राधेश्याम चौऋषिया
● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
"बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज...👇
"बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट...👇
"बेख़बरों की खबर" ई-मैगजीन पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें...👇
🚩🚩🚩🚩आभार, धन्यवाद, सादर प्रणाम ।🚩🚩🚩🚩

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar