■ 21 सितम्बर से मंत्रालय में रामधुन
■ अधिकारी-कर्मचारियों की मांगे नही माने जाने के कारण
मंत्रालय के तीनों संघों ने संयुक्त रूप से गेट नं.01 पर दिनांक 21 सितम्बर, 2023 से "रामधुन और सर्वधर्म समभाव भजन" का कार्यक्रम निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏
भोपाल। मंत्रालय अधिकारी/कर्मचारियों की वर्षो पुरानी समस्याओं के समाधान के लिए दो बार मंत्रालय की दमदार आमसभा और रैली करने के बाद दिनांक 12 सितम्बर, 2023 को शत-प्रतिशत सामूहिक अवकाश से मंत्रालय बंद करने के बाद अब मंत्रालय के तीनों संघों ने संयुक्त रूप से गेट नं.01 पर दिनांक 21 सितम्बर, 2023 से "रामधुन और सर्वधर्म समभाव भजन" का कार्यक्रम निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया गया है। यदि 08 दिवस में मंत्रालय के अधिकारियों/कर्मचारियों की मांगें पूरी नही की जाती हैं तो समस्त अधिकारी/कर्मचारी दिनांक 29 सितम्बर, 2023 से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर रहेंगेे।
कर्मचारी संघ के नेता (अध्यक्ष) श्री सुभाष वर्मा ने बताया कि, पिछली आम सभा और सामूहिक अवकाश में अपना जोरदार आक्रोश व्यक्त कर चुके मंत्रालय के अधिकारी/कर्मचारी आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। उल्लेखनीय है कि, मंत्रालय के किसी भी आंदोलन से पूरे प्रदेश के प्रशासन पर इसका असर होता है। विगत दिनों हुए सामूहिक अवकाश की भी गूंज पूरे प्रदेश में थी। इतने बड़े आंदोलन के बाद भी अधिकारियों की हठधर्मिता आगामी चुनाव में विपरीत प्रभाव निश्चित रूप से डालेगी। माननीय मुख्यमंत्रीजी के ध्यानाकर्षण के लिए किये जा रहे आंदोलन का फिलहाल तो कोई हल नहीं निकला है। संघ का यह मानना है कि, अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे रामधुन गायन करने का असर जरूर होगा ।
भारत के संविधान में कल्याणकारी राज्य का प्रावधान है। रामराज्य की परिकल्पना और राजाराम को अपना आदर्श बताने वाली वर्तमान सरकार के राज्य मंत्रालय में ही अपनी समस्याओं के लिए रामधुन का आलाप शायद समस्याओं के निराकरण का आखिरी रामबाण साबित हो। संघ द्वारा सौपे गये मांगपत्र में अधिकांश मांगों के निराकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्रीजी पूर्व से निर्देश दे चुके हैं, परन्तु अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण वर्षो से लंबित मांगो का निराकरण नहीं हो पा रहा है। संघ द्वारा बार-बार माननीय मुख्यमंत्रीजी से अनुरोध किया जा कर इन बाधाओं को दूर कर हमारी वाजिब मांगों को पूरा करने की गुहार लगाई जा रही हैै।
मंत्रालय में किये जा रहे आंदोलन का बड़ा असर पूरे प्रदेश पर पडेगा और कार्य भी प्रभावित होगा। मंत्रालय की ही समस्याओं का निराकरण यदि माननीय मुख्यमंत्रीजी के निर्देशों के बावजूद नहीं हो रहा है तो क्षेत्र में उनके निर्देशों के पालन की स्थिति पर प्रश्नचिह्न लगना स्वाभाविक है।
म.प्र. सचिवालयीन कर्मचारी संघ के सचिव श्री टी.पी. पाण्डे ने बताया कि, अब हमने प्रभु श्रीराम की शरण में जाने का निर्णय लिया है। रामजी का नाम कहां तक मंत्रालय की समस्याओं का समाधान निकालता है यह आने वाला समय बताएगा या फिर रामजी की मर्जी कुछ और ही करने की है।
✍ राधेश्याम चौऋषिया
Radheshyam Chourasiya II
● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति
"बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज...
Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर
"बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट... 👇
"बेख़बरों की खबर" ई-मैगजीन पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें...https://www.readwhere.com/publi.../6480/Bekhabaron-Ki-Khabar
🚩🚩🚩🚩 आभार, धन्यवाद, सादर प्रणाम। 🚩🚩🚩🚩
Comments