अखंड भारत को एक सूत्र में बांधने वाली भाषा हिन्दी के प्रचार प्रसार के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हिन्दी दिवस से सप्ताह, पखवाड़ा के आयोजनो की शुरूआत होगी। भारत में दिनांक 14 सितम्बर 1950 को संविधान सभा में हिन्दी को ‘राजभाषा‘ का दर्जा दिया गया था। इसीलिये सम्पूर्ण भारत में राष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर विभिन्न समारोह के द्वारा हिन्दी को राष्ट्रभाषा का सम्मान प्रदान करने हेतु पदयात्रा, रेलियां, निबन्ध एवं भाषण प्रतियोगिता, काव्य गोष्ठी एवं व्याख्यानो, सम्मान समारोह के आयोजन होंगे।
यह जानकारी देते हुए राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने बताया कि संस्था की प्रदेश एवं जिला इकाई अपने क्षेत्रों त्र में राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजन करेगी। कल 14 सितम्बर 2023 को सायं 5 बजे आभासी संगोष्ठी में व्याख्यान एवं काव्य गोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. दीपिका सुतोदिया(गुवाहाटी) विशिष्ट अतिथि डॉ. सुनीता मंडल एवं डॉ. अरूणा शुक्ला, अध्यक्षता डॉ. रश्मि चौबे, मुख्य वक्ता डॉ. अनसूया अग्रवाल, विशिष्ट वक्ता डॉ. शिवा लोहारिया एवं सुवर्णा जाधव होगी। काव्य गोष्ठी में आमंत्रित कवि डॉ. बालासाहेब तोरस्कर, सुंदरलाल जोशी सूरज, कमलेश दवे सहज एवं कवयित्री डॉ. शहेनाज शेख, डॉ. कृष्णा जोशी, डॉ. प्रतिभा येरेकार, डॉ. परामिता षडंगी, संगीता केसवानी, कृष्णा श्रीवास्तव, डॉ. चेतना उपाध्याय, डॉ. निशा शर्मा, कृष्णा मणिश्री, उषा श्रीवास्तव, डॉ. भावना सांवलिया, आर्यावर्ती सरोजा, कविता वशिष्ठ, कामना श्रीवास्तव, डॉ. मुक्ति शर्मा, दीपिका कटरे, रजनीप्रभा, प्रतिभा जैन, सुनीलकुमार, संध्या साहू, डॉ. मुक्ता कौशिक, शैली भागवत, मनीषा सेंडेकर एवं मीना अग्रवाल रहेंगे। संयोजक डॉ. अरूणा सराफ, आयोजक डॉ. रजिया शेख, स्वागताध्यक्ष डॉ. शशि त्यागी है। सरस्वती वंदना की प्रस्तुति डॉ. संगीता पाल देगी। संचालन श्वेता मिश्रा का रहेगा एवं बबीता मिश्रा धन्यवाद ज्ञापित करेगी।
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