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विक्रम विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों को स्टार्ट अप के लिए सीड मनी अर्पित

एडिबल हर्बल बायोप्लास्टिक और हर्बल चॉकलेट के स्टार्ट अप करेंगे विश्वविद्यालय के विद्यार्थी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में डॉ मोहन यादव, माननीय मंत्री , उच्च शिक्षा, मध्य प्रदेश शासन द्वारा 16 शासकीय, और 50 निजी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अपने शुरू किए स्टार्ट अप के लिए सीड मनी प्रदान की गई। गौरतलब है कि प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी  अध्ययनशाला में अध्ययनरत बी एससी जैव प्रौद्योगिकी के विद्यार्थियों चार्वी मदान एवं हर्षिता पांडेय को हर्बल चॉकलेट के स्टार्ट अप के लिए और कौटिल्य किशोर एवं स्वेता एबी को एडिबल हर्बल बायोप्लास्टिक के निर्माण के लिए सीड मनी दिया गया।

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उन्हें अपने स्टार्ट अप को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया एवं उन्हें दृढ़ संकल्पित होकर आगे अपने स्टार्ट अप को और बढ़ाने और आय का एक प्रमुख स्रोत बनाने के लिए प्रेरित किया। इन विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट गाइड डॉक्टर अरविंद शुक्ला एवं डॉक्टर शिवी भसीन  ने बताया कि ये विद्यार्थी भविष्य में इन स्टार्ट अप की औद्योगिक इकाई स्थापित करेंगे।

इस अवसर पर प्राणी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सलिल सिंह ने कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय का विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद किया एवं विद्यार्थियों को आगे और अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ प्रज्वल खरे, कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा, प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के शिक्षक डॉक्टर संतोष ठाकुर, डॉक्टर स्मिता सोलंकी, डॉक्टर गरिमा शर्मा, डॉक्टर   शीतल चौहान एवं डॉक्टर पूर्णिमा त्रिपाठी ने विद्यार्थियों को बढ़ाई दी।

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