उज्जैन ।विक्रम विश्वविद्यालय की कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में कंप्यूटर क्षेत्र की विश्व विख्यात कंपनी आईबीएम के विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों के लिए एक कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आईबीएम के विशेषज्ञ श्री गजेंद्र दिलेर एवं श्री धीरज राठौर ने विद्यार्थियों को कौशल विकास में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को यह बतलाया गया कि कैसे अपने आप को किसी जॉब के लिए तैयार करें। किसी विशेष जॉब के लिए किन-किन कौशलों की आवश्यकता होती है। उन कौशल को कैसे तैयार किया जा सकता है। आईबीएम से आए विशेषज्ञों ने बतलाया कि आईबीएम से जुड़कर वह कई प्रकार के सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं, जिनको करने के पश्चात उनके रोजगार के अवसर अधिक उपलब्ध होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के विभाग अध्यक्ष डॉ राजेश टेलर ने की। डॉ. टेलर ने बताया कि वर्तमान समय संभावनाओं का समय है। इस समय विश्व में वे विद्यार्थी जो स्किल्ड हैं उनके लिए नौकरियां बहुत उपलब्ध है। इसलिए विद्यार्थी अपने आप को वर्तमान समय की मांग के अनुसार विभिन्न कौशलों से परिपूर्ण करें और चुनौतियों का सामना करें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणित अध्ययनशाला के विभाग अध्यक्ष डॉ संदीप तिवारी थे। उन्होंने विद्यार्थियों को नई तकनीक को सीख कर नौकरी की डिमांड के अनुसार खुद को तैयार करने की बात कही।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुष्पेंद्र सिंह घोष ने किया। इस अवसर पर डॉ. आशुतोष पाटीदार, डॉ. मोनु विश्वकर्मा, डॉ. उमा पाटीदार, डॉ. प्रभु दयाल पवार, डॉ. शिवम शाक्यवार, डॉ. वर्षा पटेल, डॉ . रुचि यादव, डॉ . अनीता यादव, डॉ राजेश परमार उपस्थित रहे।
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