विज्ञान के विद्यार्थी को निरंतर सोचते रहना चाहिए, खाली नही रहना चाहिए, वहीं शिक्षक का दायित्व है कि विद्यार्थी की सोच को सटीक दिशा प्रदान करे
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने पहुंच कर विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ चर्चा की।
शुक्रवार दिनांक 20 अक्टूबर 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला पहुंच कर विभाग में उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ चर्चा की।
विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए माननीय कुलपति प्रो पांडेय ने कहा कि विद्यार्थी अपनी सोच के दायरे को बढ़ाएँ, विज्ञान के विद्यार्थी को सदैव सोचते रहना चाहिए, कभी भी खाली नही बैठना चाहिए, बल्कि कक्षा में जो पढ़ाया जाता है उसे पहले से पढ़ कर आना चाहिए। जिससे कक्षा में अच्छे से पढ़ाई जा रही चीजों को समझ सकें। उन्होंने विद्यार्थियो को अधिक से अधिक समय विभाग के पुस्तकालय में व्यतीत करने की सलाह दी। वहीं शिक्षकों से चर्चा करते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि हर विद्यार्थी अलग होता है, उसके गुण, उसकी सोच और उसके विचार भिन्न है। शिक्षक का यह दायित्व है कि विद्यार्थी सोच को सटीक दिशा प्रदान करे।
माननीय कुलपति जी ने शिक्षकों के साथ चर्चा करते हुए उन्हें नियमित रूप से विभाग की प्रायोगिक कक्षाएं, पुस्तकालय सुविधाएं आदि संचालित करने के लिए कहा, जिससे वे अधिक से अधिक लाभ उठा सके। माननीय कुलपति जी ने शिक्षकों को समय-समय पर पाठ्यक्रमों में आवश्यकता के अनुसार बदलाव करने अपील की। इस अवसर पर प्रणिकी एवं जैवप्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह के साथ विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित थे।
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