6 अक्टूबर 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय की एन एस एस इकाई द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में कलश यात्रा का आयोजन किया गया
उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय की एन एस एस इकाई द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में "मेरी माटी मेरा देश" कार्यक्रम के अन्तर्गत कलश यात्रा का आयोजन किया गया। गौरतलब, है कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के समापन समारोह के रूप मे भारत सरकार द्वारा मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
इसी शृंखला में दिनांक 6 अक्टूबर 2023 को विश्वविद्यालय परिसर में एन एस एस इकाई द्वारा कलश यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी मिट्टी और संस्कृति से जोड़ना ही राष्ट्र के प्रति स्वाभिमान जाग्रत करेगा। यही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। विद्यार्थियों के सम्पूर्ण निर्माण के लिए इस प्रकार की गतिविधियों आवश्यक है।
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वय प्रोफेसर एस के मिश्रा ने बताया कि मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों के साथ-साथ युवाओं का भी अपनी मातृ भूमि के प्रति समर्पण की भावना जागृत होती है।
एन एस एस इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अरविंद शुक्ला और डाक्टर शिवि भसीन बताया कि मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न अध्ययनशालाओं से अमृत कलश में एकत्र की गई मिट्टी एवं चावल विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के साथ-साथ अनेक राज्यों का भी प्रतिनिधित्व करती है।
विश्वविद्यालय में अध्ययनरत अनेक राज्यों के विद्यार्थी गण द्वारा अपने पैतृक घर से मिट्टी एवं चावल का संग्रहण कर अमृत कलश में एकत्रित किया है जिसे अमृत वाटिका निर्माण हेतु नयी दिल्ली तक पहुंचाया जाएगा।
डॉक्टर सलिल सिंह विभागाध्यक्ष प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला ने बताया कि इस विभाग के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि यह यात्रा प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला से प्रारंभ हुई है और इसका भाग बनकर वे अत्यंत प्रफुल्लित है।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे और कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने सफल आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के आयोजन सभी में देशभक्ति और एकता की भावना जागृत करने के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम में अनेक विभागों के विभाग अध्यक्ष शिक्षक शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। आभार फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कमलेश दशोरा ने माना।
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