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अधिकारी वर्ग के अधिकार जन सेवा हेतु होते हैं - ए. पी. सिंह, प्रमुख सचिव

 🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏

भोपाल । आज  प्रशासन अकादमी के माध्यम से दिल्ली से अध्ययन प्रवास पर आये केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में कार्यरत 59 प्रशिक्षु अधिकारियों के बैच को प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा श्री ए.पी. सिंह द्वारा विधान परिषद कक्ष में संबोधित किया गया।

प्रमुख सचिव, म.प्र. विधान सभा ने कहा कि, शासन व्यवस्था  के तीन अंगों में से विधायिका ही एक मात्र संस्था है जो जनता के द्वारा चुनी जाती है, इसलिए कार्यपालिका के अधिकारियों द्वारा जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान एवं जनसेवा में सहयोग दिया जाना चाहिए। 

वैसे भी शासन-प्रशासन में अधिकारियों को जो अधिकार उनके पद अनुसार दिये जाते हैं वह रौब दिखाने के लिए नहीं हैं, बल्कि अधिकार जन कल्याण एवं सेवा के लिये होते हैं। विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारी दोनों लोकसेवक हैं, इसलिये आप सभी को इसी दृष्टिकोण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी एवं नियमों का पालन करते हुये किया जाना चाहिए।

इस अवसर पर श्री ए. पी. सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा द्वारा प्रशिक्षु अधिकारियों को विधान सभा की कार्य पद्धति, बजट एवं विधायी प्रक्रिया आदि के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई। तदुपरांत प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा विधान सभा भवन  का अवलोकन भी किया गया।

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