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पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (एमबीए डिपार्टमेंट),आईक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती एवं पराक्रम दिवस पर कार्यक्रम संपन्न

नेताजी के संकल्प विकसित भारत @2047 के लिए नितांत आवश्यक - डॉ. मेघना वर्मा

उज्जैन। स्व. सुभाष चंद्र बोस, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे, जिस प्रकार उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा-शक्ति और अद्वितीय नेतृत्व के माध्यम से भारतीयों को स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। नेताजी ने ही आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया था और उनका नारा 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा' आज भी याद किया जाता है। उसी दृढ़ संकल्प भावना और पर्यावरणीय चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए प्रबंधन की नई पीढ़ी को विकसित भारत @2047 के लिए तैयार होना चाहिए। समग्र विकास योजनाओं का सामयिक और सतत मूल्यांकन, परिणामों और  प्रभावों की दृष्टि से भी नई शोध परक विधियों से ही होना चाहिए। उपरोक्त उद्गार अपने तेजस्वी और विशिष्ट अतिथि वक्तव्य में पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान मे आयोजित कार्यक्रम में संस्थान की पूर्व छात्रा डॉ. मेघना वर्मा, एसो. प्रो. संपोषणीय पर्यावरण केंद्र, विपणन विभागाध्यक्ष, रमैया प्रबन्ध संस्थान, बेंगलुरु ने व्यक्त किए। 

एफसीए प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, अध्यक्ष प्रबंध अध्ययन मंडल, प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान व्यवसाय प्रबंध संकाय अध्यक्ष ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संस्थान के निदेशक प्रो डॉ धर्मेंद्र मेहता ने जेएनआईबीएम-आईक्यूएसी के इस संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष त्रि-स्वरूपीय व्याख्यान आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए पूर्व विद्यार्थी डा मेघना वर्मा की दो दशकों की अकादमिक उपलब्धियों एवं भविष्य में सक्रिय अकादमिक सहयोग की अपेक्षा की। संस्थान की सहायक प्राध्यापक डॉ नयनतारा डामोर एवं उपस्थित एमबीए विद्यार्थियों ने शाल-श्रीफल, पुष्प गुच्छों से डा वर्मा का स्वागत सम्मान किया। आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. डॉ. डी डी बेदिया ने इस संयुक्त आयोजन की साम्यिकता, प्रासंगिकता को सार्थक प्रयास बताते हुए कार्यक्रम के अंत में आभार व्यक्त किया। सभी उपस्थितों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती एवं पराक्रम दिवस के अवसर पर सुभाष चंद्र बोस के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की।

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