2 फरवरी को विक्रम विश्वविद्यालय में होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए विश्वविद्यालय में यू जी सी के प्रतिनिधियों द्वारा अहम बैठक ली गई
राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन के संबंध में विक्रम विश्वविद्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के सौजन्य से 2 फरवरी को राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के 270 से अधिक शासकीय, अशासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपति जुटेंगे। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्वर्ण जयंती सभागृह में देश के विभिन्न भागों के शिक्षाविद 2 फरवरी 2024 को एकत्रित होंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मध्य क्षेत्र क्रियान्वयन समिति के लीड कॉर्डिनेटर हैं। उनके मार्गदर्शन में यह आयोजन विक्रम विश्वविद्यालय में रखा गया है। इस संबंध विक्रम विश्वविद्यालय में अनेक बैठकों का आयोजन कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में किया गया।
बुधवार दिनांक 31 जनवरी 2024 को आयोजन समिति के सदस्यों की बैठक कार्यपरिषद कक्ष में सम्पन्न हुई।
तैयारियो को अंतिम रूप देने के लिए दिनांक 31 जनवरी को यू जी सी के प्रतिनिधियों द्वारा विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा सभागार में शिक्षकों एवं अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इसमे कांफ्रेंस को सफल बनाने हेतु इन अधिकारियों द्वारा महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। अधिकारियों ने उज्जैन नगरी के इतिहास का भी वर्णन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारी उत्तम स्थित का परिचय राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सम्पूर्ण देश में प्रचलित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान दे। इस मीटिंग में वर्चुअल रूप से जुड़ते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रेफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने भी बताया कि इस कार्यक्रम में यू जी सी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार प्रमुख रूप से भाग लेंगे। यह विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरव की बात है। अतः यह सभी का दायित्व है कि इस आयोजन को सफल बनाएं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री अनिल शर्मा ने इस अवसर पर सभी से साथ मिलकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की एवं अपनी शुभ कामनाएं प्रेषित की।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं डीएसडब्ल्यू प्रो सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने बताया कि इस आयोजन में विभिन्न विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों का आपस में विचार-विमर्श सकारात्मक ढंग से हो सकेगा, जो कि शिक्षा के क्षेत्र के लिए शुभ संकेत है।
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