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राम से बड़ा राम का नाम, राम नाम एक शक्तिशाली महामंत्र है, जिसे ले से हर समस्या का समाधान संभव है

विक्रम विश्वविद्यालय के विक्रमेश्वर मंदिर परिसर में हुआ श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का जीवंत प्रसारण

रामजन्मभूमि और श्रीराम के विग्रह की रंगोली बनाई गई  राज्यों कलाकार विद्यार्थियों द्वारा

उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में स्थित विक्रमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण 22 जनवरी को हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में सुधीजन सम्मिलित हुए। 

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मुख्य आतिथ्य में हुए अयोध्या के श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का बड़ी स्क्रीन पर लाइव प्रसारण दिनांक 22 जनवरी 2024 सोमवार को प्रातः 11:30 बजे विक्रमेश्वर महादेव मंदिर परिसर, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में सफलतापूर्वक किया गया। यह जानकारी देते हुए कुलसचिव डॉक्टर अनिल शर्मा एवं डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने बताया कि इस अवसर पर विक्रमेश्वर मंदिर परिसर को मंगल प्रतीकों से  सजाया गया है। परिसर में श्री राम जन्मभूमि और श्रीराम के विग्रह की सुंदर रंगोली विक्रम विश्वविद्यालय की ललित कला अध्ययनशाला के विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई। 

मंदिर परिसर में उपस्थित कलाकार विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों के द्वारा बधाई दी गई। मंदिर परिसर में विश्वविद्यालय आवासीय परिसर के रहवासियों द्वारा हवन, सुंदरकाण्ड, भंडारे आदि का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि भगवान राम सर्वत्र, सर्वज्ञ और सनातन है। उन्होंने कहा कि राम से भी बड़ा राम का नाम होता है, जो स्वयं एक मंत्र है और उसके उच्चारण मात्र से ही सब कष्टों का निवारण हो जाता है। अपनी बात को बढ़ाते हुए कुलपति जी ने बताया कहा कि राम नाम व्यक्ति के साथ-साथ उसके जन्म से मृत्यु तक चलता है और ऐसे रामलला के मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा होने से पूरे देश में हर्षोल्लास का वातावरण है और सम्पूर्ण देश के साथ-साथ विक्रम विश्वविद्यालय भी राममय हो गया है। 

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय में भी पूरे देश की ही तरह राम लला की प्राणप्रतिष्ठा के पावन मौके पर कई दिनों से सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं और सभी ओर हर्ष और उत्साह का वातावरण है। विक्रमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में विद्यार्थी कलाकारों द्वारा श्रीराम जन्मभूमि और श्रीराम विग्रह की रंगोली बनाई गई, जिसे पांच राज्यों - राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश और दिल्ली के विद्यार्थी कलाकारों ने लगभग चालीस घण्टे में यह रंगोली बनाई। इन कलाकारों में सम्मिलित हैं लक्ष्मी कुशवाह, पंकज सेहरा, नन्दिनी प्रजापति, मुकुल, प्रिंस परमार, अंशी शर्मा, अलका कुमारी, अक्षित शर्मा एवं जगबंधु महतो।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में सम्मिलित समस्त सुधीजन, गणमान्य नागरिक, प्रबुद्ध जन, विभागाध्यक्ष, निदेशकगण, शिक्षक, अधिकारी, शोधकर्ता एवं विद्यार्थीगण को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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