भोपाल। वर्ष 2023 को ‘‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स" घोषित किया गया था । एन.आई.टी.टी.टी.आर भोपाल ने अपना सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने के लिए एक अभिनव पहल करते हुए मिलेट्स के महत्व पर एक शार्ट एवं लॉन्ग फिल्म का निर्माण किया हैं। एन.आई.टी.टी.टी.आर भोपाल के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने इस फिल्म में अपने सन्देश में कहा कि हमारे संस्थान ने मिलेटस एवं उससे जुड़े सभी पहलुओं पर देश भर के विशेषज्ञों के व्याख्यान सत्र आयोजित किये हैं। यह हमारा दायित्व हैं कि आने वाली पीढ़ी को मिलेटस के बारे में बताया जाये एवं उन्हें इसके लाभों के प्रति जागरूक करें। भारतीय समाज यदि मोटे अनाज को आहार में शामिल करें तो स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण भी सुरक्षित और संरक्षित रहेगा।
एन.आई.टी.टी.टी.आर भोपाल के प्रो. पी.के. पुरोहित, डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स ने बताया कि हमारे संस्थान द्वारा बनायीं गयी फिल्म को समूह में 46000 से अधिक बार देखा गया हैं तथा व्यक्तिगत रूप से देखने की संख्या 15 लाख से ज्यादा हो चुकी हैं। इन फिल्मों को विशेष रूप से राजाभोज एयरपोर्ट भोपाल, रानीकमलापति स्टेशन, दूरदर्शन मध्यप्रदेश, कृषि महाविद्यालयों, स्कूल शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड, तकनिकी शिक्षा विभाग एवं समग्र शिक्षा मिशन के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों एवं सी.एम राइस विद्यालयों में प्रदर्शित की गई हैं। इसके अतिरिक्त इस फिल्म का प्रदर्शन मध्य प्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजनान्तर्गत आयोजित कार्यशाला में भी किया गया हैं ।
राष्ट्रीय स्वयंप्रभा के 40 डीटीएच चैनलों पर इस फिल्म को फरवरी माह में कई दिनों तक लगातार प्रसारित किया गया। यह फिल्म एन.आई.टी.टी.टी.आर भोपाल के यू-ट्यूब चैनल पर सभी के लिए उपलब्ध हैं। संसदीय राजभाषा निरीक्षण समिति के सदस्यों को भी निटर भोपाल द्वारा मिलेटस पर बनी लघु फिल्म को दिखाया गया जिसकी माननीय सांसदों एवं अधिकारीयों ने अत्यंत सराहना की।
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