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प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अपार आई डी उपयोगी सिद्ध होगी, इसके लिए जागरूकता पैदा करें – कुलपति प्रो पांडेय


विश्वविद्यालय में विभागाध्यक्षों और अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई

उज्जैन। दिनांक 23 फरवरी 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कार्यपरिषद कक्ष में कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विभागाध्यक्ष और अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक लेकर महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस बैठक में भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गए विद्यार्थियों के लिए अपार आईडी, एमओयू, अंगदान अभियान, गुणवत्तापूर्ण कक्षा अध्यापन एवं प्रायोगिक कार्य आदि पर चर्चा की गई। दिनांक 23 फरवरी 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कार्यपरिषद्  कक्ष में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों एवं अधिकारियों की बैठक ली। 

बैठक को संबोधित करते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित अपार आई डी छात्रों के लिए काफी अहम है। इस एक आईडी में छात्रों की सारी अकादमिक जानकारी होगी। इस आईडी में छात्र-छात्राओं की स्पोर्ट्स एक्टिविटी रिकॉर्ड और अचीवमेंट भी होंगे। इसलिए इससे विश्वविद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी को जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।  अपार आई डी प्रत्येक विद्यार्थी के लिए आवश्यक है, अतः सभी प्राचार्य और विभागाध्यक्ष इस दिशा में ध्यान दें। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर विद्यार्थी का परम अधिकार है और विभाग का परम दायित्व है कि कक्षा में गुणवत्तापूर्ण अध्यापन एवं प्रायोगिक कार्य सुचारु रूप से चलता रहे। 

माननीय कुलपति जी ने कहा कि सभी महाविद्यालय और विभागों में  अंगदान अभियान को ले कर जागरूकता फैलाएँ। शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को अंगदान के लिये प्रेरित करें। साथ ही उन्होंने विभागों को मूक पाठ्यक्रम जैसे रोबोटिक एंड सलेक्टेड एडवांस कांसेप्ट, एनवायरनमेंटल इंपैक्ट असेसेनमेंट, प्रोडक्ट डिजाइन एंड मैन्युफैक्चर आदि को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए प्रेरित किया। नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि समस्त सहायक कुलसचिव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य बिंदुओं और समय समय पर होने वाले संशोधनों पर प्रेजेंटेशन देंगे। उन्होंने विभागों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूर्ण तरह से तत्पर रहने का आह्वान किया। कुलपति जी ने कहा कि शीघ्र ही जनजाति विषयों से जुड़े पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा किए गए एम ओ यू के अकादमिक क्रियान्वयन के निर्देश दिए, जिनसे अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें।

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो एस के मिश्रा आदि सहित विभिन्न अध्ययनशालाओं के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

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