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हमें अपनी मातृभाषा एवं संस्कृति पर अभिमान रहे और हम इससे जुड़े रहें - प्रो सी.सी. त्रिपाठी


भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राजभाषा गतिविधियों पर चर्चा हुई एवं राजभाषा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। 

इस बैठक में निदेशक डॉ. सी.सी. त्रिपाठी ने कहा कि हमें हिंदी की गरिमा के लिए मिलकर काम करना चाहिए । हमें हमेशा हमारी भाषा पर अभिमान रहे और हम इससे जुड़े रहें। हमारा संवैधानिक दायित्व है कि हम राजभाषा संबंधित अनुदेशों का अनुपालन तत्परता और पूरी निष्ठा के साथ करें। हम स्वयं मूल कार्य हिंदी में करते हुए अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों से भी राजभाषा अधिनियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराए। 

राजभाषा अधिकारी श्री कमलेश तायल ने कहा कि भाषा मनुष्य के आंतरिक चिंतन तथा मनोगत भावों के प्रकटीकरण का सबसे सुगम और मूल माध्यम है। इसके बिना न तो मूल अभिव्यक्ति हो सकती है और न चिंतनकी कोई प्रक्रिया ही चल सकती है। 

इस अवसर पर हिंदी में उत्कृस्ट कार्य करने बालों को पुरस्कृत करने का भी निर्णय लिया गया। निटर भोपाल वर्ष भर हिंदी कार्यशालाएं /प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के साथ साथ विभिन्न केंद्रीय संस्थानों के साथ समन्वय एवं सहयोग भी प्रदान करेगा। 

बैठक में प्रो पी के पुरोहित, प्रो के के जैन, डॉ अंजू रावले, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री निशांत कुमार, श्री संजय त्रिपाठी एवं श्रीमती शोभा लेखवानी तथा अन्य राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्यों ने भाग लिया।

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