मनुमुक्त मानव मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा रविवार को मनुमुक्त भवन में अंतरराष्ट्रीय नागरी लिपि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें भारत, नेपाल, थाईलैंण्ड, आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, कोस्टारिका और कनाडा सहित सात देशो के लगभग दो दर्जन विद्वानो ने सहभागिता की।
हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय महेन्द्रगढ में हिंदी विभाग के प्रोफेसर व अध्यक्ष डॉ. बीरपाल सिंह यादव और राजकीय महिला महाविद्यालय अलवर (राजस्थान) के प्राचार्य डॉ. अनूप सिंह ने नागरी लिपि के स्वरूप ओर स्थिति पर प्रकाश डाला। इस दौरान नागरी लिपि पर केंद्रित दोहे भी प्रस्तुत किये। समारोह में डॉ. सुनील भारद्वाज, हरीश प्रसाद जोशी आदि मौजूद रहे।
समारोह में ये हुए सम्मानित - ट्रस्ट द्वारा नेपाल के हरीश प्रसाद जोशी(महेन्द्र नगर) और प्रो. मोहन प्रसाद चौधरी (कंचनपुर), नीदरलैंड की डॉ. ऋतु शर्मा (आसन), थाईलैण्ड के धनभद्र लपसिरिकुल (बैंकांक) आस्ट्रेलिया के बाबूलाल शर्मा (पर्थ), कोस्टारिका के हवीबरसिंह (सैन जोसे), कनाडा के हरमहेन्द्रसिंह (टोरंटो) और भारत के चवाकुल रामकृष्ण राव, हैदराबाद (तेलंगाना), डॉ. कृष्णा मणिश्री, मैसूर (कर्नाटक), डॉ. प्रिया ए, कोट्टायम (केरल), डॉ. प्रभु चौधरी उज्जैन (मध्यप्रदेश), रजनी प्रभा मुजफ्फरपुर (बिहार), डॉ. उज्ज्वला राठौड धामी और डॉ. दिनेश कुमार शर्मा, कांगडा (हिमाचल प्रदेश), डॉ. अनूपसिंह अलवर और डॉ. भीमसिंह सुथार, भादरा (राजस्थान) आदि को हिंदी भाषा नागरी लिपि एवं साहित्य के प्रचार प्रसार के लिए सम्मानित किया गया है इस अवसर पर अनेक साहित्यकार समाजसेवी उपस्थित रहे।
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