Skip to main content

"तूलिका के रंग" शीर्षक पर रंगा-रंग फाग उत्सव में भव्य पुस्तक विमोचन समारोह, लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, होली गीत प्रतुतिकरण, एवं नृत्य मंचन जैसे कई दिव्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ

इंदौर। इंदौर की लोकप्रिय संस्था शुभ संकल्प समूह व स्टेट प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में लोक संस्कृति संस्था : भावांजलि समूह के सहयोग से, 22 मार्च 2024 को ऐतिहासिक गांधी हॉल स्तिथ अभिनव कला समाज में, "तूलिका के रंग" शीर्षक पर रंगा-रंग फाग उत्सव में भव्य पुस्तक विमोचन समारोह, लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, होली गीत प्रतुतिकरण, एवं नृत्य मंचन जैसे कई दिव्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

संचालन व कार्यक्रम रूपरेखा का कार्यभार विभा भटोरे व मंडली द्वारा संभाला गया। कार्यक्रम निर्देशिका डॉ. सुनीता श्रीवास्तव  ने बताया कि, इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नीदरलैंड से वरिष्ठ साहित्यकार: डॉ. ऋतु शर्मा "नन्नन" पांडे, कार्यक्रम अध्यक्ष: डॉ. विकास दवे, वरिष्ठ साहित्यकार, निदेशक साहित्य अकादमी (मध्य प्रदेश), डॉ. पंकज विरमाल, उप प्राचार्य: क्रिश्चियन कॉलेज इंदौर, अलका भार्गव, प्राचार्य पी. ई. टी. सी., प्रवीण कुमार खरीवाल, वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष: स्टेट प्रेस क्लब, सुनिला दुबे, संथापक: साड़ी संस्कृति समूह, अर्चना श्रीवास्तव, वरिष्ठ सामसेविका, चंद्रमणि दफ़्तरी, नारायणी माया, लॉक गीत साहित्यकार, मुद्रा शास्त्री, पार्षद और शीतल रॉय, वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष: महिला प्रेस क्लब रही।

कार्यक्रम के दौरान भावांजलि समूह द्वारा संचालित लोक नृत्य और लोक गीत समारोह की प्रस्तुति ने सभी श्रोताओं का ह्रदय जीत लिया !!  

कार्यक्रम में शुभ संकल्प समूह समेत इंदौर की सभी साहित्यिक संथाओ द्वारा होली गीत की प्रस्तुति दी गई, जोकि दर्शको द्वारा बेहद पसंद की गई। संगोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर, परिचय वाचन के बाद स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करके हुआ। कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था । जिसमें प्रथम सत्र में लोक गीत, लोक नृत्य समारोह व होली गीत कार्यक्रम आयोजित हुआ द्वितीय सत्र में अतिथियों द्वारा पुस्तक "स्वयंसिद्धा" (साझा संकलन) और "नीदरलैंड की लोक कथाएं" पुस्तक का विमोचन हुआ, इसके पश्चात अतिथि उद्बोधन हुआ फिर प्रतिभागियों द्वारा होली गीत गाया गया। कार्यक्रम में प्रतियोगिता की जज आचार्य वेदिका श्रीवास्तव रहीं। कार्यक्रम का विवरण वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण जोशी जी द्वारा दिया गया। 

इस समारोह में प्रदेश के कई साहित्यकारों ने व पत्रकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम के अंतिम चरण में राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना संस्था के राष्ट्रीय महासचिव डॉ प्रभु चौधरी, एवं राष्ट्रीय सचिव सुश्री संगीता केसवानी प्रदेश अध्यक्ष महिला इकाई अनीता भाटी इन्दौर एवं विजय कुशवाह तथा आकांक्षा सिंह द्वारा , डॉ. विकास दवे,  हरेराम वाजपई, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, व डॉ. ऋतु शर्मा "नन्नन" पाण्डेय, नीदरलैंड्स को सम्मानित किया इस कार्यक्रम में इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नीमच, खरगोन, अलीराजपुर और अन्य... स्थलों से कई गणमान्य जन मौजूद थे। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डॉ. सुनीता श्रीवास्तव ने निभाया।

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar