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एक शिक्षक के लिए सदैव गर्व और प्रसन्नता विषय होता है कि वह विद्यार्थी हित से जुड़ी गतिविधि का भाग बन सके - कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

एन ई पी सारथी की प्रक्रिया को सहज बनाने के लिए यू जी सी द्वारा एक विशेष समिति गठित, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय को सदस्य के रूप में शामिल किया गया

उज्जैन। छात्रों की भागीदारी बढ़ाने और एनईपी 2020 में उल्लिखित उच्च शिक्षा प्रणाली के विभिन्न सुधारों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लक्ष्य के साथ, यूजीसी ने एनईपी सारथी की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को एनईपी 2020 को लागू करने में सक्रिय प्रतिभागियों के रूप में एक साथ लाना है। दिशानिर्देश 16 मई, 2023 को जारी किए गए थे। एनईपी सारथी के चयन की प्रक्रियाओं को आगे तय करने और पहले बनाए गए दिशानिर्देशों की समीक्षा करने के लिए अध्यक्ष, यूजीसी ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। इस समिति में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय को इस समिति का सदस्य बनाया गया। इस समिति में माननीय कुलपति जी के अतिरिक्त प्रोफेसर रमेश चंद्र डेका, कुलपति, कॉटन विश्वविद्यालय (अध्यक्ष), प्रोफेसर जाबिर अली, डीन आकादमिक साइंस, जम्मू एवं डॉक्टर, अविचल कपूर, जे एन एस (एन ई पी) समन्वय अधिकारी समिति के सदस्य रहेंगे। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विद्यार्थियों के हित से जुड़े कार्य का भाग बनना एक शिक्षक के लिए सदैव गर्व और प्रसन्नता विषय होता और वे प्रयास करेंगे की विद्यार्थियों के हित में सर्वाधिक कार्य करना का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अनिल शर्मा एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारीगण ने माननीय कुलपति जी को बधाई दी।

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