विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेश हेतु सीयूईटी के माध्यम से रिकार्ड पंजीयन हुआ
विक्रम विश्वविद्यालय में नवीन सत्र में प्रारम्भ हुई ऑनलाइन प्रवेश की प्रक्रिया
उज्जैन। राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी - एन.टी.ए द्वारा आयोजित संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा – सी. यू. ई. टी. परीक्षा के माध्यम से प्रवेश के इच्छुक देश भर के अनेक राज्यों से अभ्यर्थियों ने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की विभिन्न अध्ययनशालाओं तथा संस्थानों के विभिन्न पाठ्यक्रमों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेश हेतु रिकार्ड पंजीयन कराया है। विक्रम विश्वविद्यालय में एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। विक्रम विश्वविद्यालय में मेरिट के आधार पर तथा एनटीए द्वारा आयोजित सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्नातक के 29 पाठ्यक्रमों तथा स्नातकोत्तर के 59 पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों की बढ़ती मांग तथा लोकप्रियता का ही परिणाम है कि शैक्षणिक स़त्र 2024-25 में एन. टी. ए. द्वारा आयोजित सी. यू. ई. टी. परीक्षा के माध्यम से स्नातक के 29 पाठ्यक्रमों हेतु कुल 77,460 तथा स्नातकोत्तर के 59 पाठ्यक्रमों हेतु 41,361 पंजीयन का रिकार्ड बना है। सबसे अधिक पंजीयन कृषि अध्ययनशाला में बी. एससी. (कृषि विज्ञान; फॉरेस्ट्री तथा हार्टिकल्चर) में प्रवेश हेतु स्नातक में 18,711 तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में आई. आई पी. एस. के एम. बी. ए. (एच. आर., मार्केटिंग तथा वित्तीय प्रबंधन) हेतु 6,258 पंजीयन हुआ है। स्नातक पाठ्यक्रमों में बी. एससी. (आनर्स-बॉयोटेक्नालॉजी) में 6,899; बी. एससी. (आनर्स-फारेन्सिक साइंस) में 5,152; बी. एससी., (आनर्स-माइक्रोबायोलॉजी) में 4,407; बी.काम. (आनर्स) में 5,397; बी. बी. ए. (आनर्स) में 3,656; बी. एससी. (आनर्स-फूड टेक्नालॉजी) में 2,717; बी.ए.एल.एल.बी हेतु 3,551; बी.एस.सी. (आनर्स-कम्प्यूटर साइंस) में 3,528 हेतु अधिकतम पंजीयनों में हैं। इन पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त पारंपरिक सहित अन्य पाठ्यक्रमों में भी भारी संख्या में पंजीयन हुए हैं।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में एम.एस.सी. (कंप्यूटर विज्ञान, आई.टी. तथा कंप्यूटर विज्ञान विथ ए.आई-मशीन लर्निंग) में 3,880; एम.एस.सी. (बॉयोटेक्नालॉजी) में 1,898; एम.एस.सी. (प्राणिकी) में 1,711; एम.एस.सी. (कंप्यूटर विज्ञान) में 1,698; एम.ए. (मनोविज्ञान) में 1,613; एम.एस.सी. (माइक्रोबायोलॉजी) में 1,418 तथा लॉ में 1,070 पंजीयन करने वाले अभ्यर्थी देशभर के विभिन्न प्रांतों के हैं। इसके अतिरिक्त सभी पाठ्यक्रमों में अपेक्षा से बेहतर संख्या में अभ्यर्थियों ने पंजीयन कर विक्रम विश्वविद्यालय में प्रवेश की इच्छा जाहिर की है।
बड़ी संख्या में पंजीयन को देखते हुए कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने उम्मीद जताई है कि शैक्षणिक सत्र में विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा 15,000 हजार छात्र संख्या का रिकार्ड लक्ष्य प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हो सकती है। कुलपति ने विभागाध्यक्षों तथा निदेशकों से कहा है कि विक्रम विश्वविद्यालय के रोजगारोन्मुखी तथा कौशल विकास के पाठ्यक्रमों की लोकप्रियता तथा विश्वविद्यालय में हो रही नवाचार तथा विद्यार्थी केन्द्रित अकादमिक गतिविधियों का परिणाम है कि देश भर के छात्र-छात्राएं विक्रम विश्वविद्यालय की तरफ भारी संख्या में उन्मुख हो रहे हैं।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा तथा डीएसडब्ल्यू प्रो सत्येंद्र किशोर मिश्र ने इस अवसर पर शिक्षकों तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विश्वविद्यालय की उपलब्धि पर बधाई देते हुए यह भी बताया कि इस बार एनटीए द्वारा सीयूईटी परीक्षा अभ्यर्थियों के डेटा भी उपलब्ध कराए गये हैं, जिनका उपयोग कर रिकार्ड संख्या में प्रवेश हेतु सहायता मिल सकती है।
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