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वनमाली कथा सम्मान में देश-विदेश के कई लेखिकाएं हुई शामिल

 प्रमुख रहे, ममता कालिया, दिव्या माथुर, गीतांजलि श्री, डॉ. सुनीता श्रीवास्तव व सुधा ओम ढींगरा

भोपाल। विश्व रंग टैगोर साहित्य व कला महोत्सव, वनमाली सृजन पीठ और रविंद्र नाथ टैगोर यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित त्रिदिवसीय "वनमाली कथा सम्मान 2022"  में हिंदी साहित्य की दो प्रमुख हस्तियों का हुआ सम्मान गीतांजलि श्री और धनंजय वर्मा को एक-एक लाख रुपए, श्रीफल व शॉल से भेट कर हुआ सम्मान। 

इस दौरान देश-विदेश से आए हुए साहित्यकारों का रचनापाठ भी हुआ। रचनापाठ कार्यक्रम में हिंदी साहित्य जगत व भारत के सर्वश्रेष्ठ साहित्यकारों ने शिरकत करी। जिसमे भारत की प्रमुख साहित्यकारों में से एक, दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूर्व प्राध्यापिका ममता कालिया जी, प्रवासी भारतीय वरिष्ठ साहित्यकार, विख्यात लेखिका: सुधा ओम ढींगरा, इंदौर से वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुनीता श्रीवास्तव, वनमाली कथा सम्मान 2022 से अलंकृत गीतांजलि श्री तथा धनंजय वर्मा, विश्व रंग टैगोर लिट एंड आर्ट फेस्ट के निदेशक: संतोष चौबे तथा लीलाधर मंडलोई, प्रवासी भारतीय साहित्यकार- दिव्या माथुर व मुकेश वर्मा का प्रमुख रचना पाठ रहा।

आयोजन में मौजूद सभी श्रोताओं ने लेखकों के वक्तव्य का लुफ्त उठाया। साथ ही शाम को वन्माली कथा सम्मान समारोह में शिरकत की। 

इस अवसर पर विशेष रूप से कई पुस्तकों का भी विमोचन संपन्न हुआ। 

कार्यक्रम निदेशक संतोष चौबे जी के उद्बोधन से कार्यक्रम दीप प्रज्ज्वलित कर, भाव्यतम शुभारंभ हुआ। 

यह कार्यक्रम 15-16-17 अप्रैल 2022 तक भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित हुआ। आज इस आयोजन को हुए 2 वर्ष पूर्ण हो गए। जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई साहित्यकारों ने ऐतिहासिक माना।  यह कार्यक्रम कई सत्रों में आयोजित हुआ।



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