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विक्रम विश्वविद्यालय के प्राध्यापक मोहित कुमार प्रजापति को कंक्रीट मॉइश्चर कंटेंट मेजरिंग डिवाइस का इंडियन पेटेंट मिला

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्राध्यापक मोहित कुमार प्रजापति ने अन्य प्राध्यापक के साथ मिलकर कंक्रीट मॉइश्चर कंटेंट मेजरिंग उपकरण पर डिजाइन पेटेंट हासिल किया, यह उपकरण इमारत के भीतर उच्च नमी का पता लगाने वह उसके रिसावों का पता लगाने के लिए कारगर साबित होगा, इसके अलावा कंक्रीट स्लैब में मौजूद या उसके माध्यम से स्थानांतरित होने वाली नमी का पता लगाने के लिए कंक्रीट मॉइश्चर कंटेंट परीक्षण उपकरण का उपयोग कर सकेंगे। प्राध्यापक प्रजापति द्वारा बताया गया कि कंक्रीट के पार्ट्स में अत्यधिक नमी के कारण महंगी फर्श कवरिंग या कोटिंग में विफलताएं हो सकती हैं जैसे कि डी बॉन्डिंग, वार्पिंग, ब्लिस्टरिंग और मोल्ड के बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती है। फर्श उत्पाद रखने से पहले कंक्रीट स्लैब में नमी को मापने से व्यापक और महंगी क्षक्ति को रोकने में यह उपकरण कारगर साबित होगा। प्राध्यापक प्रजापति को यह चौथा इंडियन पेटेंट प्राप्त हुआ है। 

इस उपलब्धि पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने प्राध्यापक प्रजापति को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उनके द्वारा बताया गया कि विक्रम विश्वविद्यालय ने विगत वर्षों में कई ऐसे पेटेंट हासिल किए हैं जो देश और दुनिया के लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा, विभाग के डायरेक्टर प्रोफेसर संदीप कुमार तिवारी और विभाग के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों द्वारा इस उपलब्धि पर प्राध्यापक प्रजापति को बधाई दी गई।

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