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विश्वविद्यालय का दायित्व है कि वे अपने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को अपनी संस्था की धरोहर से परिचित करवाए- कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

विश्वविद्यालय का दायित्व है कि वे अपने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को अपनी संस्था की धरोहर से परिचित करवाए- कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय में दीक्षारंभ कार्यक्रम के आयोजन के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में कार्यशाला का आयोजन हुआ

उज्जैन। शैक्षणिक सत्र आरम्भ होने के अवसर पर दिनांक 1 से 3 जुलाई 2024 को उच्च शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश शासन तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार नव प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजनकिया जा रहा है। नए सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए अभिप्रेरण कार्यक्रम का आयोजन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में किया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं, परिसर और लायब्रेरी में विद्यार्थियों भ्रमण करवाया जाएगा। रविवार दिनांक 24 जून 2024 को मध्याह्न में विक्रम विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्र अध्ययनशाला में इस कार्यक्रम के आयोजन के सम्बंध में  कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

कार्यशाला की अध्यक्ष करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि विश्वविद्यालय का यह दायित्व है कि वे अपने नव प्रवेशित विद्यार्थियों को अपनी संस्था की विशेषताओं और उसकी धरोहर से परिचित करवाए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को मार्गदर्शन, समग्र शिक्षा तथा जीवन के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करने हेतु इस प्रकार के आयोजन अत्यंत आवश्यक हैं। अतः समय-समय पर इनका आयोजन होते रहना चाहिए। 

उन्होंने सभी शिक्षकों को इस आयोजन में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अनिल शर्मा एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय सदैव अपने स्तर पर इस प्रकार के आयोजनों के लिए तत्पर रहता है एवं इनसे अधिक से अधिक विद्यार्थियों को लाभान्वित करने का प्रयास करता रहेगा। कार्यशाला में विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कल्याण संकाय के संकायाध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा सहित अनेक विभागाध्यक्ष एवं आयोजन समिति के सदस्य मौजूद थे।

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