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केन्द्रीय बजट के माध्यम से आम जनता के हितों की आपूर्ति संभव है

उज्जैन। अर्थशास्त्र अध्ययनशाला में आयोजित बजट परिचर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के आमंत्रित अतिथि वक्ताओं ने बजट के संदर्भ में अपने-अपने विचार व्यक्त किये। बजट परिचर्चा को संबोधित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि बजट का संबंध सभी वर्ग के व्यक्तियों तथा विद्यार्थियों से होता है। इसलिए इस प्रकार की परिचर्चा सभी वर्ग के लिए लाभकारी होती है। 

बजट परिचर्चा को संबोधित करते हुए बैंक ऑफ इण्डिया के प्रबन्धक श्री मुकेश कुमार जी ने बताया कि प्रस्तुत बजट बैंकिंग सेक्टर के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है। 

इसी क्रम में यूको बैंक के प्रबन्धक श्री घनश्याम दास बैरागी ने उन सभी योजनाओं को प्रस्तुत किया जो विद्यार्थी वर्ग के लिए अत्यन्त लाभकारी हो सकती हैं। 

बजट परिचर्चा के तहत प्रो राजकुमार नीमा ने बजट के माध्यम से यह बतलाने का प्रयास कि बजट के तहत् आय तथा रोजगार में वृद्धि संभव हो सकती है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक श्री अतुल वाजपेयी ने बताया कि प्रस्तुत बजट एमएसएमई सेक्टर को एक नई उंचाई प्रदान कर सकता है। 

बजट परिचर्चा के माध्यम से डॉ शैलेन्द्र कुमार भारल ने नवीन बजट और बैंकिंग क्षेत्र में निवेश तथा रोजगार विषय पर आपने उद्गार व्यक्त किए और डॉ प्रीति पाण्डेय ने बजट के इतिहास को सदन के सम्मुख प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अर्थशास्त्र अध्ययनशाला की छात्रा निधि नाडकर्णी ने पॉवर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बजट का सार प्रस्तुत किया।

बजट परिचर्चा का स्वागत भाषण तथा विषय परिचय विभागाध्यक्ष प्रों. सत्येन्द्र किशोर मिश्रा द्वारा किया गया और संचालन डॉ धर्मेंद्र सिंह द्वारा किया गया। 

इस विशेष अवसर पर डॉ संग्राम भूषण, प्रो डी डी बेदिया, प्रो ज्योति उपाध्याय, डॉ नलिन सिंह पवार, डॉ मनु गौराहा, डॉ सलिल सिंह, श्री जीतेश पोरवाल सहित विभिन्न शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

बजट परिचर्चा के अन्त में अर्थशास्त्र अध्ययनशाला की छात्रा तथा एनईपी सारथी गुरजीत कौर गांधी ने आमंत्रित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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