कौशल विकास एवं रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करना विश्वविद्यालयों का प्राथमिक दायित्व होना चाहिए - कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय
विक्रम विश्वविद्यालय एवं सोरिंग एयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान से विक्रम विश्वविद्यालय में ड्रोन टेक्नोलॉजी का पाठ्यक्रम प्रारम्भ किया जाएगा
उज्जैन। विगत कुछ वर्षों से विक्रम विश्वविद्यालय में कई नवीन पाठ्यक्रम प्रारम्भ किए गए हैं। इसी शृंखला में विक्रम विश्वविद्यालय एवं सोरिंग एयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में विक्रम विश्वविद्यालय में ड्रोन टेक्नोलॉजी का कोर्स शुरू किया जाएगा। ये पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग एवम टेक्नोलॉजी विभाग और सोरिंग एरोटेक प्राइवेट लिमिटेड भोपाल के संयुक्त प्रयास से प्रारम्भ किया जाएगा।
इस पाठ्यक्रम की औपचारिक घोषणा करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि नवीन, कौशल विकास एवं रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम प्रारम्भ करना विश्वविद्यालयों का प्राथमिक दायित्व होना चाहिए। उन्होंने बताया कि ड्रोन टेक्नोलॉजी का पाठ्यक्रम आधुनिक युग का एक नवीन पाठ्यक्रम जो न सिर्फ विद्यार्थियों को लाभान्वित करेगा बल्कि उनमें एक नई ऊर्जा का संचार भी करेगा।
कार्यक्रम में सोरींग एरोटिक की ओर से डॉ मनोजकुमार देशपांडे, श्री आदित्य अग्रवाल एवं श्री ललित नागपुरकार उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि यह संस्था 5 दिवसीय ड्रोन ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन कर विद्यार्थियों को ड्रोन टेकनॉलोजी स्टार्ट अप की संपूर्ण ट्रेनिंग देती हैं।
इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल कुमार शर्मा एवं कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को लाभान्वित करने वाले पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने में विक्रम विश्वविद्यालय सदैव ही अग्रसर रहा है, जो गौरव का विषय हैं।
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